SSP की सुरक्षा में तैनात सब इंस्पेक्टर का बेटा नशे के केस में बरी Chandigarh News
बचाव पक्ष के वकील विवेक कथूरिया ने बताया कि अनिल को मामले में फंसाया गया था। जिस हेड कांस्टेबल अदालत ने घटनास्थल पर दस्तावेज बनाए थे पुलिस ने उसे गवाह ही नहीं बनाया।
चंडीगढ़ [राजन सैनी]। जिला अदालत ने एनडीपीएस मामले में एक युवक काे बरी कर दिया है। पुलिस को उसके पास से 5.30 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी। बरी हुए युवक की पहचान सेक्टर-42 निवासी अनिल तंवर के रूप में हुई। बचाव पक्ष के वकील विवेक कथूरिया ने बताया कि अनिल के पिता कर्मबीर यूटी पुलिस में एसआइ पद पर है और एसएसपी की सिक्योरिटी में तैनात है। उन्होंने बताया कि अनिल को मामले में फंसाया गया था। पुलिस अपने केस को अदालत में साबित ही नहीं कर पाई। जिस हेड कांस्टेबल अदालत ने घटनास्थल पर दस्तावेज बनाए थे, पुलिस ने उसे गवाह ही नहीं बनाया। इसके साथ ही मामले के जांच अधिकारी एसआइ जयवीर सिंह यह बता ही नहीं पाए कि दस्तावेज किस पुलिसकर्मी ने बनाए है।
दर्ज मामले के मुताबिक, छह जुलाई 2018 को सेक्टर-36 थाना पुलिस सेक्टर-42 स्थित लेक के पास गश्त करती हुई जा रही थी। तभी टीम को एक व्यक्ति उनकी तरफ आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस टीम को सामने देखकर उसने अचानक से अपना रास्ता बदल लिया और तेज कदमों से चलने लगा। पुलिस को उस पर शक हुआ तो भागकर उसे पकड़ा। इस दौरान युवक ने अपने पेंट की जेब से मोमी लिफाफा निकाल कर बाहर फेेंकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे ऐसा करने से पहले ही रोक लिया। वहीं जब लिफाफे की तालाशी ली गई तो उसमें से 5.30 ग्राम हेराेइन बरामद हुई। पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान तब अनिल तंवर के रूप में बताई। पुलिस ने अनिल पर मामला दर्ज कर उसे तब गिरफ्तार किया था।
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