सोशल मीडिया पर कबड्डी कोच की नूरा कुश्ती
खेलो इंडिया गेम्स में शहर की कबड्डी टीम ने अपनी शानदार परफॉरमेंस देते हुए अंडर -17 आयुवर्ग में सिल्वर मेडल जीता।
विकास शर्मा, चंडीगढ़
खेलो इंडिया गेम्स में शहर की कबड्डी टीम ने अपनी शानदार परफॉरमेंस देते हुए अंडर -17 आयुवर्ग में सिल्वर मेडल जीता। इसकी खबर दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर में यह भी जानकारी दी गई थी कि इस मेडल की विजेता टीम में आठ खिलाड़ी अकेले मलोया कोचिग सेंटर के थे। इसी खबर को बुधवार को मलोया कोचिग सेंटर के कोच रमेश राणा ने व्हाट्सएप ग्रुप स्पोर्ट्स न्यूज पर शेयर की। इसके बाद ग्रुप में शामिल कुछ अन्य कोच ने मलोया कोचिग सेंटर व खिलाड़ियों को बधाई देना शुरू कर दिया। सेक्टर -12 के गवर्नमेंट मॉडल मिडिल स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर अनिल ने भी बधाई दी। हालांकि उन्होंने अपने बधाई संदेश के साथ कुछ ऐसा लिखा कि पूरे दिन ग्रुप में दोनों कोच के बीच तीखें संदेशों के जरिये तू,तू- मैं,मैं का सिलसिला चलता रहा। मलोया कोचिग सेंटर के थे सिर्फ तीन खिलाड़ी
अनिल ने आरोप लगाया कि जिस टीम ने खेलो इंडिया गेम्स में मेडल जीता है, उसमें मलोया कोचिग सेंटर के सिर्फ तीन खिलाड़ी शामिल थे। जबकि पांच खिलाड़ी हरियाणा के थे। इसके अलावा तीन खिलाड़ी मनीमाजरा से और एक खिलाड़ी चंडीगढ़ स्पोर्ट्स सेंटर -42 का ट्रेनी था। इसके जवाब में मलोया कोचिग सेंटर के कोच रमेश राणा ने बताया कि लिखा कि विशाल कौशल, राहुल, अनिकेत, अमित, प्रिस, बंटी, सचिन और अजय मलिक उनके कोचिग सेंटर के खिलाड़ी हैं। जबकि तीन खिलाड़ी एसडी स्कूल -32 और एक खिलाड़ी मनीमाजरा से है। मगर इसे अनिल ने नकार दिया। क्रेडिट लेने के चक्कर में खुलने लगीं परतें
क्रेडिट लेने की होड़ में दोनों कोच की लड़ाई निजी स्तर पर पहुंच गई। अनिल ने राणा पर आरोप लगाया कि जिन खिलाड़ियों को आप अपना बता रहे हैं वे सब हरियाणा के थे। आपने नकली आइडी बनाकर कर उन्हें चंडीगढ़ की तरफ से खेलो इंडिया में ले गए। दोनों कोच के बीच विवाद यहीं नहीं थमा, उन्होंने पुराने दस्तावेज पोस्ट कर एक-दूसरे की पोल खोलनी शुरू कर दी। बात इतनी बढ़ गई कि अब कोचों की लड़ाई पर अन्य कोच भी उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे। लेकिन एक-दूसरे के खिलाफ उनके तेवर तीखे ही रहे। बात बिगड़ते देख स्पोर्ट्स जिलाधिकारी रविद्र सिंह लाडी ने ग्रुप छोड़ दिया। इसके बाद क्रिकेट कोच शुभकरण ने लिखा.. भाई साहब बहुत हो गया अभी झगड़ा मत करो।