बहिबलकलां फायरिंग की जांच के लिए बनी एसआइटी, सीबीआइ से वापस लिया था केस
पंजाब सरकार ने बहिबल कलां फायरिंग और कोटकपूरा में लाठीचार्ज मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी है। यह मामला सीबीआइ से वापस लिया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने बहिबलकलां गोलीकांड व कोटकपूरा लाठीचार्ज की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन कर दिया है। इस टीम के प्रमुख एडीजीपी प्रबोध कुमार होंगे। आइजी (क्राइम) अरुण पाल सिंह, आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह, कपूरथला के एसएसपी सतेंद्र सिंह व भूपेंद्र सिंह को इस टीम का सदस्य बनाया गया है।
एडीजीपी प्रबोध कुमार होंगे प्रमुख, आइजी (क्राइम) अरुण पाल व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह भी शामिल
यह टीम बहिबलकलां गोलीकांड व कोटकपूरा में हुए लाठीचार्ज व गोलीकांड की जांच करेगी। वर्ष 2005 में बहिबलकलां में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन कर रही संगत पर पुलिस ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें दो लोग मारे गए थे।
जस्टिस रणजीत सिंह आयोग ने अपनी रिपोर्ट में इन केसों का हवाला देते हुए इसकी गहनता से जांच करने की सिफारिश की है। पहले सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआइ से करवाने का फैसला लिया था। आयोग की रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखकर इस पर बहस करवाई गई, तो विधायकों व मंत्रियों ने यह सिफारिश की कि इस केस की जांच सीबीआइ से वापस लेकर एसअाइटी से करवाई जाए।
पूर्व सीएम बादल व पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी पर उठी अंगुली
काबिलेगौर है कि जस्टिस रणजीत सिंह ने कोटकपूरा की घटना के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तत्कालीन डीजीपी सुमेध सिंह सैनी समेत चीफ मिनिस्टर ऑफिस के कई अधिकारियों पर अंगुली उठाई थी। विधानसभा में कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों ने प्रकाश सिंह बादल और सुमेर सिंह सैनी के खिलाफ केस दर्ज करके इसकी जांच एसआइटी से करवाने का मांग की थी।
दो-तीन दिन पहले ही पंजाब सरकार ने सीबीआइ से केस वापस ले लेने के लिए जारी की गई नोटिफिकेशन को रद कर दिया। अभी यह तय नहीं है कि सीबीआइ इन केसों को वापस करेगी कि नहीं, लेकिन इसी बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एडीजीपी प्रमोद कुमार की अगुवाई में एसआइटी का गठन कर दिया।