बेटे के जन्मदिन पर हर साल रक्तदान शिविर लगाते हैं सिमरन, एक कॉल पर पहुंच जाते हैं खून देने
सिमरनजीत सिंह हर साल अपने बेटे के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर भी लगाते हैं। कोरोना योद्धा के तौर पर कर रहे हैं काम इस समय कोरोना योद्धा के तौर पर भी सिमरनजीत सिंह काम कर रहे हैं।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। 28 साल के सिमरनजीत सिंह के पास अगर किसी जरूरतमंद मरीज के लिए रक्त और प्लेटलेट्स कॉल आ जाती है तो वे तब तक चैन से नहीं बैठते जब तक वह इसका कोई प्रबंध नहीं कर देते। सेक्टर-16 अस्पताल के लैब टेक्निशियन सिमरनजीत सिंह खुद भी 98 बार रक्त और प्लेटलेट्स दान कर चुके हैं। उनके संपर्क में एक हजार ऐसे लोग हैं जोकि रेगुलर ब्लड और प्लेटलेट्स दान करते हैं। सिमरनजीत सिंह जब खुद रक्त और प्लेटलेट्स दान नहीं कर पाते तो वे खुद ऐसे लोगों को जरूरतमंद मरीज के लिए अस्पतालों तक पहुंचाते हैं। सिमरनजीत सिंह हर साल अपने बेटे के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर भी लगाते हैं। कोरोना योद्धा के तौर पर कर रहे हैं काम इस समय कोरोना योद्धा के तौर पर भी सिमरनजीत सिंह काम कर रहे हैं।
अस्पताल में जो कोरोना के संदिग्ध मरीजों की सैंपलिंग ली जाती है, वह सिमरनजीत सिंह द्वारा ही ली जाती है। वह लगातार अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इसके साथ ही जो इस समय अस्पतालों में खून का टोटा है, उसकी कमी पूरी करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। सिमरनजीत सिंह ने पहली बार 2008 में रक्तदान किया था। उनका कहना है कि उस समय उनकी बहन की अस्पताल में डिलीवरी थी और रक्त की जरूरत थी। पहली बार रक्तदान किया तो अच्छा लगा पहली बार रक्तदान किया तो अच्छा लगा। उसके बाद वह रेगुलर रक्तदान करने लग गए। बाद में पीजीआइ के डॉक्टर सुचेत सचदेवा ने उन्हें प्लेटलेट्स दान करने की प्रेरणा दी क्योंकि प्लेटलेट्स दान करने के लिए कम लोग आते हैं। इसके लिए समय भी दो से तीन घंटे लग जाते हैं।
सिमरनजीत सिंह ने साल 2012 में ऑन कॉल डोनेशन ग्रुप बनाया था जिसमें एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े हैं। पीजीआइ, सेक्टर-16 और 32 के डॉक्टर भी अगर किसी को प्लेटलेट्स की जरूरत होती है तो सीधा सिमरनजीत सिंह को फोन करते हैं। सेक्टर-22 निवासी सिमरनजीत सिंह निष्काम सेवक जत्था संस्था के साथ जुड़े हुए हैं। जोकि इस आपदा की स्थिति में जरूरतमंद लोगों को तीन वक्त का खाना भी उपलब्ध करवा रही है। इस कोरोना की लड़ाई में हर किसी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए रक्तदान करना चाहिए। अस्पताल सुरक्षित तरीके से लोगों का रक्त ले रहे हैं।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें