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बार कोड स्कैन करें और बताएं कैसा है पब्लिक टायलेट

आप अगर किसी पब्लिक टायलेट का प्रयोग करने जाते हैं और आपको यहां पर सुविधा न मिल रही हो या साफ सफाई की कमी नजर आए तो तत्काल इसकी शिकायत की जा सकेगी। इसके लिए आपको सिर्फ पब्लिक टायलेट के बाहर लगे बार कोड को मोबाइल फोन से स्कैन करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 06:21 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 06:21 PM (IST)
बार कोड स्कैन करें और बताएं कैसा है पब्लिक टायलेट
बार कोड स्कैन करें और बताएं कैसा है पब्लिक टायलेट

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़

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आप अगर किसी पब्लिक टायलेट का प्रयोग करने जाते हैं और आपको यहां पर सुविधा न मिल रही हो या साफ सफाई की कमी नजर आए तो तत्काल इसकी शिकायत की जा सकेगी। इसके लिए आपको सिर्फ पब्लिक टायलेट के बाहर लगे बार कोड को मोबाइल फोन से स्कैन करना होगा। स्कैन करने के साथ-साथ ही आपसे पब्लिक टायलेट को लेकर सात सवाल पूछे जाएंगे, जिनके जवाब आपको हां या न में देने होंगे। इनमें साफ सफाई के अलावा टायलेट के दरवाजे और इंफ्रास्ट्रचर को लेकर भी सवाल पूछे जाएंगे।

इस समय शहर में 305 पब्लिक टायलेट हैं। नगर निगम कमिश्नर अनिन्दिता मित्रा के अनुसार इस समय 105 पब्लिक टायलेट पर यह बार कोड प्रिट हो चुके हैं।

केंद्र सरकार के पास सीधे यह फीडबैक जाने से चंडीगढ़ नगर निगम पर दबाव बन गया है कि शहर के पब्लिक टायलेट्स की हालात में सुधार किया जाए। इस समय शहर के कई पब्लिक टायलेट अच्छे नहीं है। जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर निगम की ओर से जो सोमवार से आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत भी पब्लिक टायलेट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहरवासियों की ओर से बार कोड स्कैन करके जो फीडबैक दी जाएगी उसका सीधा असर आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण पर भी पड़ेगा।इस महोत्सव के तहत 30 सितंबर के शहर के 26 पब्लिक टायलेट की हालात में सुधार किया जाएगा। जिसमें पब्लिक को भी अवेयर किया जाएगा। हर कार्यक्रम में हर पार्षद मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेंगे। इस समय शहर के कई पब्लिक टायलेटस का रखरखाव और संचालन मार्केट और रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन कर रही है। जबकि अधिकतर टायलेट ठेकेदार चला रहे हैं। शनिवार को सदन की बैठक में यह भी मामला उठा कि प्रति पब्लिक टायलेट से नगर निगम तीन हजार भी ले रह है। ऐसे में पार्षदों ने कहा कि यह तीन हजार रुपया टायलेट में तैनात कर्मचारी से ठेकेदार काट रहा है, जो कि गलत है। कई टायलेट में एक माह की तीन हजार रुपये की कमाई नहीं होती है।


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