सेक्टर-46 में भी संजीव महाजन ने खाली कराई एक कोठी, जांच शुरू
सेक्टर-37 ए से जुड़े कोठी प्रकरण में रिमांड पर चल रहे पत्रकार संजीव महाजन के कारनामों की परतें खुलने लगी हैं।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ :
सेक्टर-37 ए से जुड़े कोठी प्रकरण में रिमांड पर चल रहे पत्रकार संजीव महाजन के कारनामों की परतें खुलने लगी हैं। पता चला है कि उसने सेक्टर-48 में भी एक विवादित कोठी खाली करवाई थी। यह मामला भी पुलिस तक पहुंचा था, लेकिन जांच तक सीमित रह गया। इस खुलासे के बाद अब एसआइटी ने इस केस की जांच दोबारा शुरू कर दी है।
वहीं, इस केस में पुलिस ने सेक्टर-37 ए स्थित कोठी मालिक राहुल मेहता को नशे की डोज देने की धारा (328) भी जोड़ दी है। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ पहले 452, 331, 344, 365, 386, 419, 420, 465, 467, 468, 471, 473, 474, 477 और 120 बी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। तीन आरोपित संजीव महाजन, सतपाल डागर और मनीष गुप्ता गिरफ्तार हो चुके हैं। एक और तत्कालीन थाना प्रभारी होंगे जांच के घेरे में
2018 में सेक्टर-46 स्थित एक कोठी का विवाद सामने आया था। पुलिस इसे खाली करवाने में भी संजीव महाजन की भूमिका बता रही है। यह मामला पुलिस स्टेशन तक पहुंचा था, जिसकी एफआइआर भी दर्ज है। 2018 के बाद से अब तक सेक्टर-34 थाने में दो प्रभारियों की बदली हो चुकी है। दो नवंबर 2018 को इंस्पेक्टर बलदेव सिंह ने कार्यभार संभाला था। इससे पहले इंस्पेक्टर अजय थाना प्रभारी थे। अब जिसके कार्यकाल में मामले की फाइल मिलेगी, वह भी जांच के घेरे में होगा।
उधर, सेक्टर-37 ए स्थित कोठी के फर्जी सौदे के मामले में आरोपित अरविद सिगला, खलिदर सिंह कादयान, अशोक अरोड़ा, सौरव गुप्ता, शेखर और दलजीत सिंह को पुलिस तलाश कर रही है। सेक्टर-46 स्थित एक कोठी खाली करवाने में भी संजीव महाजन की भूमिका सामने आई है। इस केस की जांच दोबारा से शुरू की गई है।
- कुलदीप चहल, एसएसपी चंडीगढ़ ।