सैनी का रूतबा बरकरार, कत्ल के आरोपित पूर्व डीजीपी के लिए रुकवाया गया ट्रैफिक
उनकी सिक्योरिटी बाहर रुकी और वह एसएचओ के कमरे में चले गए। उन्हें बैठाने के बाद ही आलाधिकारियों ने अपनी कुर्सी ली। ढाई बजे सैनी के लिए खाना आया और एएसआइ के एसी रूम में सैनी ने अपने वकीलों के साथ खाना खाया।
मोहाली, संदीप कुमार। थाना मटौर में एसपी रैंक के अधिकारी के सामने बैठकर पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी को छह घंटों तक उनके सवालों के जवाब देने पड़े। हालांकि सैनी डीजीपी पद से अब रिटायर्ड हो चुके हैं, लेकिन उनका रूतबा आज भी बरकरार है। काले रंग का कोट पहने मुंह ढककर सैनी थाने में आए और आते ही सभी अधिकारी व पुलिस कर्मचारी खड़े हो गए और सम्मान दिया।
उनकी सिक्योरिटी बाहर रुकी और वह एसएचओ के कमरे में चले गए। उन्हें बैठाने के बाद ही आलाधिकारियों ने अपनी कुर्सी ली। ढाई बजे सैनी के लिए खाना आया और एएसआइ के एसी रूम में सैनी ने अपने वकीलों के साथ खाना खाया। उसके बाद फिर से सैनी से पूछताछ शुरू हुई। 45 मुलाजिम बुलाए थे पुलिस लाइन से पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी की सुरक्षा के मद्देनजर मटौर थाने की पुलिस के अलावा 45 मुलाजिम पुलिस लाइन से बुलाए गए थे। जहां थाने का मुख्य गेट बंद कर किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
वहीं थाने को चारों तरफ से कवर करने के लिए बैकसाइड लगते पार्क में भी पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए थे। वहीं, सैनी की सिक्योरिटी में तैनात 11 मुलाजिम अपनी-अपनी पायलट जिप्सी के साथ बाहर तैनात थे। मुल्तानी को अगवा करने, कत्ल के बाद उसकी लाश खुर्द-बुर्द करने का मामला सैनी पर दर्ज है। एक आरोपित थाने में जवाब देने आया, लेकिन उसे पुलिस अधिकारियों ने वीआइपी ट्रीटमेंट देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज भी पुलिस सैनी के लिए इस तरह भागदौड़ करती नजर आई, जैसे वह अभी भी पंजाब के डीजीपी हों।
दिया गया वीआइपी ट्रीटमेंट
पूछताछ खत्म होने के बाद जब सैनी बाहर आए, तो सभी आलाधिकारी उन्हें गाड़ी तक छोड़ने आए। उनकी सरकारी गाड़ी एसएचओ के कमरे के बाहर बुलाकर उन्हें बैठाया गया। गेट के बाहर तैनात पुलिस मुलाजिमों ने सैनी की गाड़ी बाहर निकलने से पहले रुकवाया ट्रैफिक। पब्लिक डीलिंग बंद, दिल्ली से बुलाए बुजुर्ग को भी नहीं दिया टाइम मटौर थाने में सुमेध सैनी की पेशी को लेकर सारा दिन पब्लिक डीलिंग बंद थी। ऐसे में थाने में अपनी शिकायतें लेकर आ रहे लोगों को वापस भेजा गया।