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पानी की गुणवत्ता को परखने के लिए हाईटेक होगी सैफ लैब

पंजाब यूनिवर्सिटी में पानी पर शोध कर रहे छात्रों को जल्द ही नए और आधुनिक उपकरण मिलने वाले हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 10:33 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 10:33 PM (IST)
पानी की गुणवत्ता को परखने के लिए हाईटेक होगी सैफ लैब

वैभव शर्मा, चंडीगढ़

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पंजाब यूनिवर्सिटी में पानी पर शोध कर रहे छात्रों को जल्द ही नए और आधुनिक उपकरण मिलने वाले हैं। पानी की इस रिसर्च को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पीयू में एक्स-रे फोटो इलेक्ट्रोन व वाटर प्यूरीफिकेशन सिस्टम लगने जा रहा हैं। इन दो उपकरणों के जरिये पानी पर ओर बेहतरीन ढंग से रिसर्च हो सकेगी। पानी में कई तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं, लेकिन जब यह तत्व शरीर में अधिक हो जाते है तो इससे नुकसान भी होने लगता है। पानी में आर्सेनिक तत्व सबसे खतरनाक होता है, जो इंसान के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। लेकिन अब इसकी जांच वाटर प्यूरीफिकेशन सिस्टम द्वारा सैफ लैब में होगी। पानी में इन तत्वों का पता लगाने के लिए रिसर्च स्कॉलर नमूनों की जांच करते हैं, लेकिन उपकरणों के अभाव के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक दिन में हो सकेगी 90 से 110 नमूनों की जांच

इस समय अगर सैफ लैब में जांच की बात की जाए तो एक दिन में पानी के करीब 30 से 40 नमूनों की जांच होती है। लेकिन इन सिस्टम के लगने के बाद सैफ लैब में हर दिन में 90 से 110 नमूनों की जांच हो सकेगी। एक्स-रे के जरिये भी पानी के इन तत्वों का पता लग जाएगा, साथ ही ठोस पदार्थो की जानकारी भी मिल सकेगी। एलिप्सोमीटर से माइक्रोन की फिकनेस का भी पता चलेगा। देश में 13 सैफ लैब, पीयू में सबसे आधुनिक

पीयू प्रशासन द्वारा इस प्रस्ताव को तैयार किया गया है जिसे केंद्र सरकार जल्द ही मंजूरी देने वाली है। इन मशीनों के अलावा एक दर्जन अन्य मशीनें भी पीयू की सैफ लैब के जरिये खरीदी जाएंगी जो रिसर्च को और आसान बनाएंगी। गौरतलब है कि देशभर में इस समय 13 सैफ लैब हैं। इनमें से पीयू की सैफ लैब सबसे ज्यादा अत्याधुनिक है, जहां अन्य लैब से ज्यादा उपकरण मौजूद हैं। इसके अलावा यहां रिसर्च स्कॉलर को अधिकांश सुविधाएं भी मिलती हैं, साथ ही रसायनों की जांच आदि भी यहां की जाती है। जांच के लिए भी आते हैं नमूने

सैफ लैब में देशभर से जांच के लिए पानी के नमूने यहां आते हैं। ऐसे में लैब का विस्तार होना और नए उपकरणों का आना शोधकर्ताओं के लिए अच्छी बात हैं। रिसर्च स्कॉलर, शिक्षक व इंडस्ट्री से हर साल 13 से 14 हजार नमूने जांच को आते हैं। इन सभी बातों से एक बात को साफ है कि शोध से जुड़े स्टूडेंट्स के लिए सैफ लैब में आना वाले समय में काफी सुविधाएं उपलब्ध होने वाली हैं। उपकरणों की खरीद में आएगा 19 करोड़ रुपये का खर्च

पिछले साल कश्मीर विश्वविद्यालय से आए 60 विद्यार्थियों ने यहां रसायनों की जांच करना सीखा था। लैब से इस समय करीब डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक पीयू कमाई कर रहा है। इसलिए अब धीरे-धीरे लैब का विस्तार किया जा रहा है। नए उपकरण खरीद के लिए कमेटी ने प्रस्ताव पास कर दिया। यह प्रस्ताव लगभग 19 करोड़ का है। इन उपकरणों में पानी की मशीन के प्रस्ताव को अब आगे बढ़ाया जा रहा है। सैफ लैब में आएंगे यह नए उपकरण

एक्स-रे फोटो इलेक्ट्रोन, स्पेक्ट्रोस्कॉप,सिगल मोलिक्यूल एक्स-रे, वाइब्रेटिग सैंपल, मैग्नेटोमीटर, नैनो इंडेंटर, जेटा पोटेंशियल, इलेक्ट्रो केमिकल वर्क स्टेशन, स्पेक्ट्रोस्कॉपिक इलिप्सोमीटर आदि शामिल हैं।


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