Move to Jagran APP

पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शिअद का हंगामा, आप विधायकों ने किया वाकआउट

पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शिअद और आप विधायकों ने हंगामा किया। इसके साथ ही लोक इंसाफ पार्टी के विधायकों ने विधानसभा परिसर में धरना दिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 11:52 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 11:52 AM (IST)
पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शिअद का हंगामा, आप विधायकों ने किया वाकआउट
पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शिअद का हंगामा, आप विधायकों ने किया वाकआउट

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे और अंतिम दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हो गया। आम आदमी पार्टी ने सत्र की अवधि कम किए जाने का विराेध करते हुए शोरगुल किया। आप के विधायक सदन के वेल में आ गए और नारेबाजी की। इसके बाद आप के नौ विधायकों ने सदन से वाकआउट किया। इसके साथ ही लोक इंसाफ पार्टी के दो विधायकों सिमरजीत सिंह बैंस अौर बलविंदर सिंह बैंस ने विधानसभा परिसर में धरना दिया। दूसरी ओर, किसानों के गन्‍ने के बकाये के भुगतान के मामले को लेकर सदन में हंगामा किया।

loksabha election banner

लोक इंसाफ पार्टी ने विधानसभा परिसर में दिया धरना

बता दें कि पंजाब विधानसभा के 13 दिसंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र की अवधि को घटा कर दो दिन और दा बैठकों का कर दिया गया है। सत्र का आज आख्रिरी दिन है। पहले यह सत्र तीन दिन में चार बैठकों तक चलने वाला था, लेकिन अब यह दो दिन और दो बैठकों में ही सिमट गया।यह दो दशकों में पंजाब विधानसभा का यह सबसे छोटा सत्र होगा। आप विधायकों का कहना है कि विधानसभा को ताला लगाकर सचिवालय से ही सरकार चलानी चाहिए, क्योंकि इस तरह से विधानसभा का सत्र छोटा करना लोकतंत्र का बड़ा मजाक है।

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन वीरवार को पिछले दिनों दिवंगत हुए नेताओं व हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई थी। लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस ने सत्र की अवधि कम करने के विराेध में शुक्रवार सुबह विधानसभा परिसर में धरना दिया। दोनों विधायकों ने कहा कि यह जनता के साथ धोखा है। विधानसभा का महज एक दिन का कामकाजी सत्र बुलाना सरकार के लिए शर्मनाक है।

बैंस बंधुओं ने कहा कि विधानसभा का सत्र की अवधि इतनी छोटी रखने के लिए कांग्रेस सरकार को शर्म आनी चाहिए। एक दिन का कामकाजी सत्र तो नगर पालिका या नगर निगमों में ही रखा जाता है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस विपक्ष में थी तो विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग करती रही थी। अब खुद सत्‍ता में आई तो खुद ऐसा कर रही है।

उधर विधानसभा की कार्यवाही शुरू हाेने पर आम अादमी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया। आप के विधायक कुलतार सिंह सिधवां ने कहा कि क्या सरकार ने विधायकों व मंत्रियों का वेतन बढ़ाने के लिए एक दिन का सेशन बुलाया है। उन्‍होंने कहा कि विधानसभा का सत्र इतना छोटा होगा तो लोगों से जुड़े मुद्दे कौन उठाएगा। इसके साथ ही आप विधायकों ने सदन में हंगामा किया और वेल में आ गए। आप विधायक अमन अरोड़ा ने विधानसभा की रूल बुक को सदन की फर्श पर फेंक दिया। इसके बाद आप के नौ विधायकों ने विधानसभा से वाकआउट किया। इस दौरान आप के चार विधायक सदन में ही बैठे रहे।

शून्यकाल में  आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कंवर संधू ने गन्ना किसानों के बकाये का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 192 करोड़ रुपये कोआपरेटिव मिलों और 350 करोड़ रुपये प्राइवेट मिलों के बकाया है। कोआपरेटिव मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा 15 जनवरी तक कोआपरेटिव मिलों के बकाये का भुगतान हो जाएगा।

शिअद ने किसानों के मुद्दों पर किया हंगामा

बाद में शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने सदन में किसानों के कर्जमाफी सहित अन्‍य मुद्दे उठाए। शिअद के विधायक नोरबाजी करते हुए सदन की वेल में आ गए। शिअद विधायकों ने कर्ज को लेकर किसानों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया। शिअद का कहना था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा थी कि कर्ज के कारण किसानों की कुर्की-जब्‍ती बंद होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज किसानों की कुर्की हो रही है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि लैंड मार्डगेज बैंक के नियम अमेंडमेंट करने की जरूरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.