प्रशासन राउंडअबाउट हटा रहा, ट्रैफिक पुलिस कह रही इन्हें फिर से बनाओ Chandigarh News
पुलिस ने पैदल यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए राउंडअबाउट को जरूरी बताया है। बावजूद इसके यूटी प्रशासन एक-एक कर राउंडअबाउट को हटा रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर की सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट पुलिस को देखनी है। बावजूद इसके पुलिस की अनदेखी हो रही है। यूटी प्रशासन पुलिस के सुझाव को दरकिनार कर शहर को जोखिम में धकेल रहा है। ट्रैफिक पुलिस ने स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की मीटिंग के लिए जो एजेंडा भेजा है उसमें सभी क्रैश प्रोन लोकेशन पर राउंडअबाउट फिर से बनाने का सुझाव दिया है। पुलिस ने पैदल यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए राउंडअबाउट को जरूरी बताया है। इससे पहले भी ट्रैफिक पुलिस राउंडअबाउट हटाए जाने के पक्ष में नहीं रही है। बावजूद इसके यूटी प्रशासन एक-एक कर राउंडअबाउट को हटा रहा है। अभी तक ट्रांसपोर्ट चौक, सेक्टर-17-18, सेक्टर-32 से राउंडअबाउट हटाए जा चुके हैं। अब ट्रिब्यून राउंडअबाउट को हटाने का सुझाव हरियाणा ने दे दिया है।
हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारियों ने यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में आयोजित ट्राईसिटी कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में इसे हटाने का सुझाव दिया था। फ्लाईओवर की बजाए उन्होंने पहले सेक्टर-17-18 चौक की तरह राउंडअबाउट हटाकर ट्रैफिक सिग्नल इंस्टॉल करने का सुझाव दिया है। अब अगर प्रशासन इस सुझाव को मानता है तो भविष्य में जिस राउंडअबाउट पर ट्रैफिक बढ़ेगा वह हटाया जाता रहेगा और फिर एक दिन शहर में राउंडअबाउट का वजूद ही खत्म हो जाएगा। जबकि यह राउंडअबाउट शहर की पहचान होने के साथ खूबसूरती भी बढ़ाते हैं।
ली कार्बूजिए के सिद्धांत को नहीं समझ पाया प्रशासन
क्रिएटर ली कार्बूजिए ने चंडीगढ़ को जिस सिद्धांत पर बनाया था उसे यूटी प्रशासन के अधिकारी भूल गए हैं। राउंडअबाउट से ट्रैफिक फ्री फ्लो होता है। इसमें किसी तरह के मेनुअली ऑपरेट और ट्रैफिक सिग्नल की जरूरत नहीं होती। ट्रैफिक अपने आप निकलता रहता है। चौराहे पर वाहन अकसर स्पीड अधिक होने की वजह से क्रॉसिंग के चक्कर में टकराते हैं। राउंडअबाउट का यह सबसे बड़ा फायदा है कि राउंडअबाउट पर घूमने की वजह से वाहन की स्पीड कम हो जाती है।
एक्सपर्ट व्यू
राउंडअबाउट को हटाना ट्रैफिक का सॉल्यूशन नहीं है बल्कि यह नासमझी में लिया गया फैसला है। पहले जो राउंडअबाउट हटाए गए हैं वह हटाने के बाद उन चौराहों पर हादसे बढ़े हैं। ट्रैफिक कम करने के लिए शहर का समग्र प्लान बनाने की जरूरत है, जिसमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर ट्रैफिक मैनेजमेंट को शामिल किया जाए। फ्लाईओवर बनाने से मुश्किल कम नहीं होगी बल्कि इसकी जरूरत आगे बढ़ जाएगी। राउंडअबाउट बनाने के उद्देश्य को समझने की जरूरत है। इससे ट्रैफिक फ्री फ्लो होता है।
सुमित कौर, पूर्व चीफ आर्किटेक्ट, चंडीगढ़
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