वीरांगनाओं को मजबूत करने के लिए केरल से बाइक पर चंडीगढ़ पहुंची अंबिका कृष्णा
देश की रक्षा में बलिदान दे चुके डिफेंस कर्मियों को श्रद्धांजलि और उनकी वीरांगनाओं का आभार व्यक्त करने के लिए सोलो बाइकर अंबिका कृष्णा केरल स्थित कोच्चि से सफर तय करती हुई शनिवार को चंडीगढ़ पहुंची।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : देश की रक्षा में बलिदान दे चुके डिफेंस कर्मियों को श्रद्धांजलि और उनकी वीरांगनाओं का आभार व्यक्त करने के लिए सोलो बाइकर अंबिका कृष्णा केरल स्थित कोच्चि से सफर तय करती हुई शनिवार को चंडीगढ़ पहुंची। चंडीगढ़ पहुंचने पर उनका स्वागत केरल समाज के प्रतिनिधियों ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष अरविदक्षन पिल्लई, उपाध्यक्ष हरिप्रसाद, सचिव जोबी रफेल, संयुक्त सचिव शेरिन रेजी, कोषाध्यक्ष श्रीकुमार नायर सहित शिबु जोनी, रज्जाक और किग कैनेडी ने अंबिका का स्वागत किया। अंबिका ने अपनी देशव्यापी यात्रा इसी वर्ष 11 अप्रैल को शुरू की थी और लगभग तीन महीने में वह अब तक नौ हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुकी हैं जिसमें दक्षिण भारत, उत्तर पूर्वी राज्य सहित मध्य भारत के प्रदेश शामिल है। उनका लक्ष्य अपना साहसिक मिशन 26 जुलाई तक पूरा कर अपने घर पहुंचना है। अंबिका स्वयं एक रेडियो जोकी है और प्रसार भारती के आकाशवाणी रेनबो एफएम चैनल में कार्यरत है। अपनी इस यात्रा में वह देशभर के 25 रेनबो आकाशवाणी स्टेशनों में जा कर अपनी जीवन और मोटरसाइकिल यात्रा के माध्यम से सैन्य कर्मियों की वीरांगनाओं को रेडियो के माध्यम से मजबूती प्रदान कर रही है।
अंबिका मात्र 19 वर्ष की थी जब एयरफोर्स में कार्यरत उनके पति शिवराज का निधन हो गया था। उस समय वर्ष 1997 में वह बीकाम की छात्रा थी और तीन माह की बच्ची की मां भी। पढ़ाई और मां की जिम्मेवारी को उन्होंने पीछे छूटने नहीं दिया और साथ ही आकाशवाणी में एक केज्यूल आर्टिस्ट के रूप में नौकरी शुरु की। इसी बीच उन्होंने अपने मोटरसाइकिल के पैशन को भी बरकरार रखा।