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सुखबीर बादल के खिलाफ दायर मानहानि केस में अदालत ने मांगी रिपोर्ट

आरोप है कि जनवरी 2017 में पंसुखबीर सिंह बादल ने अखंड कीर्तनी जत्थे और उसके प्रवक्ता को आतंकवादी ग्रुप बब्बर खालसा का राजनीतिक चेहरा बताया था।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 12:53 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 12:53 PM (IST)
सुखबीर बादल के खिलाफ दायर मानहानि केस में अदालत ने मांगी रिपोर्ट
सुखबीर बादल के खिलाफ दायर मानहानि केस में अदालत ने मांगी रिपोर्ट

राजन सैनी, चंडीगढ़। जनवरी, 2017 में पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने अखंड कीर्तनी जत्थे और उसके प्रवक्ता को आतंकवादी ग्रुप बब्बर खालसा का राजनीतिक चेहरा बताया था। यह आरोप लगाते हुए जत्थे के प्रवक्ता मोहाली निवासी राजिंदर पाल सिंह ने सुखबीर बादल पर मानहानि का केस दर्ज किया था। अब अदालत ने इस मामले की रिपोर्ट संबंधित थाने के एसएचओ को अगली सुनवाई तक पेश करने के लिए नोटिस जारी कर दिया है। अपनी रिपोर्ट में पुलिस बताएगी कि राजिंदर पाल द्वारा जो बात बताई गई, वह हुई भी थी या नहीं और इसके बाद कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी। मामले की अगली सुनवाई अब 10 जून को होगी।

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अखंड कीर्तनी जत्थे को बताया धार्मिक संगठन

राजिंदर पाल ने बादल पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने अपनी राजनीतिक रैलियों और कुछ समाचार-पत्रों को दिए साक्षात्कार में उन्हें और अखंड कीर्तनी जत्थे को आतंकवादी ग्रुप बब्बर खालसा का राजनीतिक चेहरा बताया। अखंड कीर्तनी धार्मिक जत्था है और पूरे वर्ल्ड में इसका नाम है। इस वजह से उनका नाम खराब हुआ है। उनके एक दोस्त ने बादल के दिए बयानों के बाद उससे बात करनी ही छोड़ दी है। इसलिए राजिंदर ने सुखबीर सिंह बादल पर मानहानि का केस चलाने के लिए अदालत में शिकायत देकर आग्रह किया है।

बेअदबी के विरोध में की थी पंजाब सरकार की निंदा

शिकायत में राङ्क्षजदर पाल ने बताया था कि उन्होंने और अखंड कीर्तनी जत्थे ने श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी को रोकने में नाकाम रही पंजाब सरकार की ङ्क्षनदा की थी। इसके साथ ही बादल इस वजह से भी उनसे नफरत करते हैं, क्योंकि जब श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में पंजाब के बहबल कलां गांव में सिख संगत इकट्ठा हुई थी, तो शांतिपूर्ण विरोध के बावजूद उस पर सुखबीर ङ्क्षसह बादल और उनके पिता प्रकाश ङ्क्षसह बादल ने गोलियां चलवाई थी, जिसकी ङ्क्षनदा कीर्तनी जत्था और राङ्क्षजदर पाल लगातार कर रहे हैं।

आरोप : केजरीवाल के साथ ब्रेकफास्ट करने पर जत्थे को बोला था आतंकवादी चेहरा

राजिंदर पाल ने अपने केस में आरोप लगाए हैं कि 4 जनवरी, 2017 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके घर सुबह के समय मिलने आए थे। उनके बीच में सामान्य बातचीत हुई। यह बात कई समाचार पत्रों में छपी। इसके बाद एक समाचार पत्र को साक्षात्कार देते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि केजरीवाल पंजाब से चुनाव लडऩा चाहते हैं, लेकिन उन्हें पंजाब की प्रकृति, परंपरा और पंथ के बारे में कुछ नहीं पता। भगवान न करे अगर पंजाब में आप की सरकार आती है, तो उनकी पार्टी यहां अराजकता फैला देगी। आप आंदोलन में विश्वास करती है, शासन में नहीं। केजरीवाल पंजाब में आए और उग्र लोगों से मेजजोल बढ़ा रहे हैं। कुछ दिन पहले केजरीवाल ने पंजाब में अखंड कीर्तनी जत्थे के साथ ब्रेकफास्ट किया था। बब्बर खालसा जो वैश्विक स्तर पर एक आतंकवादी संगठन है, अखंड कीर्तनी जत्था उसका राजनीतिक चेहरा है। सरबत खालसा, जिसे खालिस्तान घोषित कर दिया गया है, उसके जत्थेदारों के साथ डिनर किया है। राङ्क्षजदर ने कहा था कि बब्बर खालसा संगठन से उनका कोई लेना-देना नहीं है।


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