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कोरोना काल में पूर्व सैनिकों को राहत, सेना ने संभाली अपने पूर्व जवानों की जिम्मेदारी, हेल्पलाइन नंबर जारी

कोविड कला में सेना ने अपने पूर्व सैनिकों व सैन्य अधिकारियों को खासतौर पर डीओ लेटर (Demi Official) लिखकर भरोसा दिलाया है कि जैसे ही उन्हें या उनके परिवार कोविड-19 की वजह से स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत हो वह तुरंत सेना अस्पताल में संपर्क करें।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 09:18 PM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 08:14 AM (IST)
कोविड काल में आर्मी ने संभाली पूर्व सैनिकों की जिम्मेदारी। सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। कोरोना के खिलाफ जंग में भारतीय सेना ने हर स्तर पर अपनी तैयारी तेज कर दी है। सेना ने संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए एक ओर जहां राज्यों सरकारों को हरसंभव मदद देने की घोषणा की है, वहीं कई जगहों पर अस्थाई अस्पतालों के निर्माण कार्य भी शुरू दिया है।

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इस मुश्किल घड़ी में भी सेना ने अपने पूर्व सैनिकों व सैन्य अधिकारियों को खासतौर पर डीओ लेटर (Demi Official) लिखकर भरोसा दिलाया है कि जैसे ही उन्हें या उनके परिवार कोविड-19 की वजह से स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत हो वह तुरंत सेना अस्पताल में संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें, उन्हें इलाज व ऑक्सीजन संबंधी कोई दिक्कत नहीं होगी। इस बात की जानकारी खुद वेस्टर्न कमांड ने ट्वीट के माध्यम से दी है। इतना ही नहीं वेस्टर्न कमांड ने इस ट्वीट के साथ डीओ लेटर भी अपलोड किया है, जिस पर तमाम जानकारी उपलब्ध है।

दिक्कत होने पर इन नंबरों पर करें संपर्क

कमांड अस्पताल चंडीगढ़ -0172-25544899

एमएच अंबाला - 0171-2641025

एमएच जालंधर - 0181-2661632

एमएच अमृतसर - 7717304031 (मोबाइल)

एमएच पठानकोट - 8288095910 (मोबाइल )

एमएच जम्मू - 0191-2432653

एमएच शिमला - 0177-2837365

वहीं इसके अलावा कोविड -19 मैनेजमेंट से संबंधी कोई दिक्कत हो तो आप इस हेल्प लाइन नंबंर 96330012117 पर संपर्क कर सकते हैं।

दो साल में रिटायर हुए स्वास्थ्य कर्मियों को वापस बुलाया

वेस्टर्न कमांड ने युद्धस्तर पर कोरोना से निपटने के लिए पिछले 2 साल में रिटायर हुए अपने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को काम पर वापस बुलाया है और उन्हें भरोसा दिया है कि इन स्वास्थ्य कर्मियों की उनके घर के करीब ही कोविड सेंटर्स में तैनात होगी। इसके अलावा दूसरे मेडिकल अफसर जिन्होंने काफी पहले रिटायरमेंट लिया था, उन्हें भी मेडिकल इमरजेंसी हेल्पलाइंस में कंसल्टेशन देने के लिए कहा गया है। इसके अलावा जो पूर्व सैनिक मेडिकल क्षेत्र से नहीं हैं वह भी बतौर वलंटियर कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपना योगदान दे सकते हैं।

फैसले पर खुशी जताई

रिटायर्ड कर्नल गुरसेवक सिंह का कहना है कि इस डीओ लेटर में आर्मी कमांडर ने न सिर्फ आश्वासन दिया है, बल्कि संबंधित सैन्य डॉक्टरों के मोबाइल नंबर भी दिए हैं। जिस पर बात कर पूर्व सैनिक व सैन्य अधिकारी उनसे अपनी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के बाबत बात कर सकते हैं। इतना ही अगर कोई दिक्कत होगी, तो यह डॉक्टर पूर्व सैनिकों के अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनके लिए बैड्स से संबंधित तमाम तरह की औपचारिकताओं को पूरा करेंगे, ताकि दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि वह चंडीगढ सेक्टर-13 के माडर्न हाउसिंग कांप्लेक्स रेजिडेंस वेलफेयर एशोसिएशन के भी प्रेसिडेंट हैं ऐसे में इसी कांप्लेक्स में 60 से 70 पूर्व आर्मी अफसर हैं, जो इस फैसले से खासे खुश हैं।

राहत भरा फैसला

रिटायर्ड विंग कमांडर सतीश भाटिया का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में हर कोई अपनी और अपने परिवार की सेहत को लेकर चिंतित है। ट्राईसिटी में छह हजार के करीब पूर्व सैनिक परिवार रहते हैं। वेस्टर्न कमांड की तरफ से पूर्व सैनिकों के लिए ऐसी घोषणा करना काफी राहत भरा है।


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