राशन का संकट, पुलिस को कॉल कर मांग रहे किताबें, तिल का शुद्ध तेल और क्रीम
शहर का कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके बापूधाम में एक तरफ राशन और दवाईयों की आपूर्ति होने से लोग परेशान हो रहे हैं।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : शहर का कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके बापूधाम में एक तरफ राशन और दवाईयों की आपूर्ति नहीं होने से बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ जरूरतमंद की हरसंभव मदद में जुटी पुलिस को किताबें, पूजा के लिए तिल का शुद्ध तेल, क्रीम सहित अन्य सामान की डिमांड के लिए रोजाना करीब 300 कॉल्स मिल रही हैं। सबसे ज्यादा इफेक्टेड जोन होने के बावजूद सभी कंटेनमेंट जोन से अधिक संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती अकेले बापूधाम में है। थाना प्रभारी नरेंदर पटियाल के नेतृत्व में सभी मुलाजिम कोविड-19 ड्यूटी के साथ जरूरतमंत की हरसंभव मदद करने में जुटे हैं, लेकिन बड़ी तादात में लोगों की इधर-उधर की कॉल्स और मैसेज का जवाब देने के साथ किताबों की आपूर्ति करने की जिम्मेदारी से पुलिस की परेशानी बढ़ गई हैं। साहब.. बिना सैलरी किराया-बिजली-पानी का बिल और बच्चों की फीस कैसे दें
सेक्टर-26 थाना पुलिस ने बापूधाम पुलिस पोस्ट में लोगों की मदद के लिए कंट्रोल रूम बना रखा है। उसके साथ थाना प्रभारी नरेंदर पटियाल को कॉल कर लोग बोल रहे हैं कि प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन रहने तक कोई भी किराये की डिमांड नहीं करेगा। इसके साथ फैक्ट्री, कंपनी और दुकान में काम वालों को संस्थान सैलरी में देगा, लेकिन पिछले दो महीने से किसी की सैलरी नहीं आ रही है। अब प्रशासन के दिए राशन भी खत्म हो रहे हैं। अब बच्चों की किताबें, फीस जमा करने, बिजली-पानी के बिल जमा की डिमांड हो रही है। साहब ऐसे में हमारे साथ बच्चों का भविष्य भी अंधकार में जा रहा है। प्रशासन करे हेल्थ और एजुकेशन डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी तय
बापूधाम कॉलोनी में रहने वाले रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट कृष्ण कुमार ने बताया प्रशासन को कंटेनमेंट जोन घोषित कर राशन, एंबुलेंस सर्विस प्रदान करवाने से लोगों की समस्या हल नहीं होगी। बापूधाम के तीन फेज में 2300 मकानों में करीब 40 हजार लोगों की संख्या है। उनके बच्चों के पढ़ाई घर से जारी रखने के लिए एजुकेशन डिपार्टमेंट और दवाईयों की समस्या को खत्म करने के लिए हेल्थ विभाग की जिम्मेदारी तय करे। इससे बच्चों को एक-एक बच्चों को किताबें, जरूरतमंद को दवाईयां और राशन मिल सके। ताकि कोराना को हराने में लोग प्रशासन का साथ दे ना कि खुद को कैदी महसूस करें। बापूधाम से रोजाना अलग-अलग डिमांड की काफी कॉल्स आ रही है। पुलिस अपनी तरफ से लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।
-नरेंदर पटियाल, थाना प्रभारी, सेक्टर-26