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13 घंटे में 30.2 एमएम बारिश बनी मुसीबत

ट्राईसिटी में मंगलवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार को दिन के करीब दो बजे तक जारी रहा। इस बीच ट्राईसिटी में रुक-रुक कर लगभग 13 घंटे तक बरसात होती रही। इस बीच 30.2 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 09:55 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 11:04 PM (IST)
13 घंटे में 30.2 एमएम बारिश बनी मुसीबत
13 घंटे में 30.2 एमएम बारिश बनी मुसीबत

विकास शर्मा, चंडीगढ़

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ट्राईसिटी में मंगलवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला बुधवार को दिन के करीब दो बजे तक जारी रहा। इस बीच ट्राईसिटी में रुक-रुक कर लगभग 13 घंटे तक बरसात होती रही। इस बीच 30.2 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। झमाझम बारिश के बीच ट्राईसिटी में कई स्थानों पर जलभराव से आफत की स्थिति उत्पन्न हो गई। मध्यमार्ग, हल्लोमाजरा चौक और ट्रिब्यून चौक पर लंबा जाम लगा रहा। उधर, मौसम विभाग ने वीरवार को भी जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया है।

इस साल मानसून सीजन में यह पहली बार हुआ जब इतनी भारी बरसात हुई हो। मानसून ने इस बार जून माह में ही दस्तक दे दी थी, लेकिन यह कमजोर पड़ा रहा। आखिकार सावन माह का पहला सप्ताह बीत जाने के बाद ट्राईसिटी में मानसून ने जोर पकड़ा है। एक दिन में छह डिग्री तक लुढ़का तापमान

बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि सामान्य तापमान से छह डिग्री सेल्सियस कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जोकि सामान्य तापमान से दो डिग्री सेल्सियस कम था। अलर्ट : नदी, नालों व निचले स्थानों पर जाने से बचें

मौसम विभाग के वैज्ञानिक शिवेन सिंह ने बताया कि वीरवार को भी जोरदार बारिश हो सकती है। लोगों से अपील की गई है कि वह नदी, नालों व निचले स्थानों पर न जाएं। मध्यमार्ग, हल्लोमाजरा चौक और ट्रिब्यून चौक पर लगा लंबा जाम

बारिश की वजह से मध्यमार्ग, ट्रिब्यून चौक, इंडस्ट्रियल एरिया फेज वन, इंडस्ट्रियल एरिया फेज टू में, सेक्टर -42,जेडब्ल्यू मेरियट, सेक्टर -46, सेक्टर 47, एयरपोर्ट चौक पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली। बापूधाम, बुड़ैल और इंडस्ट्रियल एरिया में जलभराव से आफत

बारिश के कारण बापूधाम, सेक्टर -26 पुलिस लाइन, इंडस्ट्रियल एरिया फेज वन, बुड़ैल में कई जगहों पर जलभराव की वजह से लोगों को खासी परेशानी हुई।

जुलाई में अभी तक हुई सिर्फ 106 एमएम वर्षा

वैज्ञानिक शिवेन सिंह ने बताया कि मानसून सीजन (जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर) में 805.5 एमएम के करीब बारिश हो तो इसे सामान्य मानसून कहा जाता है। इससे ज्यादा बारिश होने पर अच्छा और इससे कम होने पर कमजोर मानसून माना जाता है। जुलाई में इस वर्ष अभी तक सिर्फ 106 एमएम बारिश हुई है। पिछले साल जुलाई में 302.6 एमएम बारिश हुई थी।

मानसून सीजन में शहर में हुई बारिश का रिकार्ड

साल -कुल बारिश- कम/ज्यादा

2010- 1165.5 एमएम - 38 फीसद ज्यादा 2011- 772.9 एमएम -8 फीसद कम 2012- 801.5 एमएम -5 फीसद कम 2013-792.8 एमएम -6 फीसद कम 2014-599.2 एमएम-29 फीसद कम 2015- 548.3 एमएम-35.5 फीसद कम 2016-456.9 एमएम- 45.8 फीसद कम 2017-752.8 एमएम-10 फीसद कम 2018- 895.2 एमएम -18 फीसद ज्यादा 2019- 694.4 एमएम - 18 फीसद कम 2020-791.1 एमएम - 7 फीसद कम ऑल टाइम रिकार्ड - - एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश का ऑल टाइम रिकार्ड - 18 जुलाई, वर्ष 2000 को 262.0 एमएम बारिश हुई थी। - जुलाई महीने में सबसे ज्यादा बारिश का ऑल टाइम रिकार्ड - 602.1 एमएम बारिश वर्ष 1994 में हुई थी।


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