श्वेत मलिक बोले- राहुल गांधी ने अमरिंदर को कमजोर करने को 'गप्पी' सिद्धू को लगाया
पंजाब भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक ने कहा कि राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह काे कमजोर करने के लिए लगाया हुआ है। उन्हाेंने सिद्धू को गप्पी करार दिया।
चंडीगढ़, जेएनएन। भाजपा के प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक का कहना है कि कांग्रेस देश की पहली ऐसी पार्टी होगी, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद ही मुख्यमंत्री को कमजोर करने कोशिश कर रहे हैं। मलिक ने कहा कि राहुल गांधी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को कमजोर करने के लिए उनके पीछे 'गप्पी सिद्धू' (नवजोत सिद्धू) को लगा रखा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पूछा- मनमोहन सिंह बताएं दस सालों तक अमृतसर के लिए क्या किया
श्वेत मलिक ने कहा कि सिद्धू आजकल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रवक्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह को दो साल के अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश करना चाहिए। वह रिपोर्ट कार्ड क्यों पेश नहीं करते।
श्वेत मलिक ने कहा कि चुनाव से पहले ही कांग्रेस की हवा निकलना शुरू हो गई है। एक तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सुनील जाखड़ को गुरदासपुर का प्रत्याशी बता रहे हैं, तो उन्हीं की पार्टी के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा कह रहे हैं कि प्रत्याशी के चयन का फैसला राहुल गांधी को लेना है।
मलिक से जब पूछा गया कि कांग्रेस अमृतसर सीट से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को चुनाव लड़वाना चाहती है, तो उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह सम्मानित व्यक्ति हैं। दस साल तक वह देश के प्रधानमंत्री रहे, लेकिन चुनाव मैदान में आने से पहले उन्हें यह बताना पड़ेगा कि उन दस वर्षों में उन्होंने अमृतसर के लिए क्या किया। डॉ. मनमोहन सिंह अमृतसर में ही पले और बड़े हुए, इसके बावजूद उनकी अमृतसर के लिए कोई देन नहीं है।
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोलते हुए श्वेत मलिक ने कहा, 'गप्पी सिद्धू पंजाब सरकार के सबसे विफल व निष्क्रिय मंत्री हैं। वह बातें तो करते हैं, लेकिन काम नहीं। उन्हें भी अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए। राहुल गांधी ने गप्पी सिद्धू को मुख्यमंत्री के पीछे लगा रखा है, ताकि वह उन्हें कमजोर कर सकें।'
बेअदबी पर मिले मृत्युदंड
बेअदबी के संबंध में पूछे सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बेअदबी करने वालों को मृत्युदंड देना चाहिए। कांग्र्रेस जांच के नाम पर राजनीतिक कर रही है, जबकि बेअदबी कांड की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। प्रत्याशियों के संबंध में पूछे जाने पर मलिक ने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया।