प्रशासक की सलाहकार समिति में दो से ज्यादा सदस्य न बनने पर उठे सवाल Chandigarh News
कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना है कि उनकी पार्टी से सिर्फ दो नेताओं को ही सदस्य लिया गया जबकि भाजपा के 10 से ज्यादा नेताओं को सदस्य बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हाल ही में गठित हुई प्रशासक की सलाहकार समिति पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़ा किया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना है कि उनकी पार्टी से सिर्फ दो नेताओं को ही सदस्य लिया गया जबकि भाजपा के 10 से ज्यादा नेताओं को सदस्य बनाया गया है। वे किसी भी सदस्य की योग्यता पर शक नहीं कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के भी भाजपा के मुकाबले में सदस्य लिए जाने चाहिए थे। अपनी ही पार्टी द्वारा अब तक इस पर विरोध न प्रकट करने पर भी चावला ने अपने नेताओं पर भी सवाल उठाया है।
चावला का कहना है कि कांग्रेस शहर का दूसरा बड़ा दल है जिन्हें पिछले लोकसभा चुनाव में एक लाख 25 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। ऐसे में कांग्रेस के कम से कम आठ लोगों को तो लेना ही चाहिए था। ऐसा न करके प्रशासन ने नाइंसाफी की है। मालूम हो कि प्रशासक की एडवाइजरी काउंसिल में जो दो सदस्य लिए हैं उनमें एक पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल और दूसरा कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का नाम शामिल है। चावला का कहना है कि भाजपा तो इन दोनों को भी सदस्य नहीं लेना चाहती है। पार्टी को भी अपना विरोध प्रशासन के समक्ष प्रकट करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी की बैठक में पार्टी को बड़े-बड़े भाषण देकर दल को मजबूत करने की बात की जाती थी। अच्छा होता कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पंजाब के गवर्नर एवं शहर के प्रशासक वीपी ङ्क्षसह बदनौर से विरोध प्रकट करता है। पार्टी अध्यक्ष को प्रशासक को इस संबंध में पत्र लिखना चाहिए।
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