अपनी जान की परवाह किए बिना, संदिग्ध लोगों को कर रहे क्वारंटाइन
कोरोना वायरस को रोकने के लिए इस समय पूरा देश सहयोग कर रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: कोरोना वायरस को रोकने के लिए इस समय पूरा देश सहयोग कर रहा है। ऐसे में जहां डॉक्टर्स इस वायरस के संक्रमित मरीजों का दिन रात इलाज करने में जुटे हुए हैं, वहीं पुलिस प्रशासन भी अपनी सक्रियता निभा रहा है। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जान की परवाह किए बिना देश सेवा में लगे हुए है। प्रशासन ने इनकी जिम्मेदारी संदिग्ध लोगों को घरों में क्वारंटाइन करने के लिए लगाई हुई है।
शहर में ऐसी ही चार टीमें काम कर रही हैं, जो संदिग्ध लोगों को घरों में क्वारंटाइन करने में लगी हुई है। इन्हीं में से एक आठ लोगों की टीम है जिसका एन्फोर्समेंट इंस्पेक्टर डीपी सिंह नेतृत्व कर रहे हैं। ये लोग इस विकट घड़ी में वीर योद्धा ही हैं। 14 दिन के लिए किया जाता है क्वारंटाइन
डीपी सिंह ने बताया कि वह देश और देशवासियों के काम आ रहे हैं इससे बड़ा काम उनके लिए और नहीं हो सकता। एयरपोर्ट अथॉरिटी उनके विभाग को बाहर से आए हुए लोगों की लिस्ट जारी करती है। वह लिस्ट में शामिल उन लोगों के घरों में जाकर लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन करते हैं। इसके साथ ही उनके घरों के बाहर पोस्टर चस्पा देते है। साथ ही परिवार के संदिग्ध व्यक्ति और परिवार के सदस्यों की कलाई या हाथ पर स्टैम्प भी लगा देते हैं। ताकि अगर वह लोग अगर घर से बाहर निकले तो पुलिस प्रशासन और लोगों को उनकी पहचान आसानी से हो सके और उन्हें दोबारा होम क्वारंटाइन किया जा सके। हर रोज किए जाते हैं लगभग 100 लोग क्वारंटाइन
उक्त टीम के सदस्य अभी तक 500 से 600 लोगों को होम क्वारंटाइन कर चुके हैं। हर रोज करीब 100 लोगों को क्वारंटाइन करते है। वीरवार को भी वह सेक्टर-18 में भी लोगों को क्वारंटाइन कर रहे थे। वहीं सेक्टर-27 में जहां रागी निर्मल सिंह कीर्तन करने के लिए आए थे। उस कीर्तन में शामिल हुए लोगों को होम क्वारंटाइन करके आए है। इसके लिए उनकी सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की तरफ से पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई) भी मिले हुए।