Punjab Universitiy के अढाई हजार स्टूडेंट्स को डिग्री का इंतजार, जानें क्यों नहीं मिली डिग्री
पीयू और उससे मान्यता प्राप्त कॉलेजों में दो से अढाई हजार स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्हें डिग्री का इंतजार है। उन्हें डिग्री न मिलने का एक कारण पंजाब सरकार की स्कॉलरशिप ग्रांट है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी का नियम है कि हर साल दीक्षांत समारोह किया जाता है। उसमें बीए, एमए सहित विभिन्न डिप्लोमा और डिग्री धारक स्टूडेंट्स को डिग्री बांटी जाती है। लेकिन उसके बाद भी पीयू और उससे मान्यता प्राप्त कॉलेजों में दो से अढाई हजार स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्हें डिग्री का इंतजार है। उन्हें डिग्री न मिलने का एक कारण पंजाब सरकार की स्कॉलरशिप ग्रांट है। पीयू से संबंधित कॉलेजों में एससी-एसटी कोटे के स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप मिलती है। जब उन्हें स्कॉलरशिप मिलती है तो वह पीयू प्रशासन के पास फीस के तौर पर जाती है। फीस क्लीयर होने के बाद ही स्टूडेंट्स को डिग्री मिलती है लेकिन पंजाब सरकार द्वारा बीते दो सालों से स्कॉलरशिप ग्रांट न देने के कारण अढाई हजार के करीब स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्हें डिग्री नहीं मिली है।
चार सालों से नहीं मिली है डिग्री
पंजाब सरकार की तरफ से पीयू को 20 प्रतिशत की ग्रांट दी जाती है। जो कि 26 करोड़ के करीब है। यह ग्रांट अलग-अलग प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल की जाती है। उसी में से एससी-एसटी कोटे के स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप भी दी जाती है। पंजाब सरकार बीते चार सालों से ग्रांट जारी नहीं कर रहा है, जिसके चलते स्कॉलरशिप नहीं मिल रही और न ही फीस क्लीयर हो रही है। इस मुद्दे को पंजाब सरकार विधानसभा के स्पीकर बीर देवेंद्र सिंह ने उठाया था। इसके जबाव में पीयू ने उन्हें ग्रांट रिलीज करने की मांग की थी।
सिंडिकेट बैठक में उठेगा मुद्दा
पंजाब विधानसभा में मुद्दे पर चर्चा होने के बाद इस मामले को अभी दस अप्रैल को होने वाली सिंडिकेट की बैठक में उठाया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में तय किया जाएगा कि ग्रांट के बिना डिग्री जारी करनी है या फिर होल्ड करनी है।
ग्रांट न मिलने से नहीं दी गई डिग्री
पंजाब सरकार से ग्रांट न मिलने के कारण छात्रों को डिग्री नहीं दी गई है। जो कि गलत है। इस पर सिंडिकेट को विचार करना चाहिए और स्टूडेंट्स के भविष्य को देखते हुए बेहतर कदम उठाकर छात्रों को डिग्री दी जानी चाहिए।
-कनुप्रिया, प्रेसिडेंट स्टूडेंट्स काउंसिल पंजाब यूनिवर्सिटी