बेहतरीन Sports इंफ्रास्ट्रक्चर से Punjab University बनीं इंटरनेशनल खिलाड़ियों का हब Chandigarh News
पिछले पांच वर्ष की करें तो 30 से ज्यादा खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व खेलाें में कर रहे हैं। यह इसलिए हो पाया है क्योंकि पीयू में स्पोर्ट्स का बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। punjab university जहां से राजनीति, संगीत, फिल्म, साइंस अाैर मेडिकल आदि क्षेत्राें में कई महान हस्तियां निकली है, वहीं से अब खेल की दुनिया में भी खिलाड़ी अपना जलवा दिखा रहे है। यह बात पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के आंकड़ाें में सामने अाई हैं।
पिछले पांच वर्ष में 30 से ज्यादा खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व खेलाें में कर रहे हैं। यह इसलिए हो पाया है क्योंकि पीयू में स्पोर्ट्स का बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। दूसरे राज्यों के खिलाड़ी यहां दाखिला लेते है। पीयू इंटरनेशनल खिलाड़ियों का हब बन रहा है, जहां खिलाड़ी अपने सपनों को उड़ान दे रहे हैं।
पीयू में इंफ्रास्ट्रक्चर काे लेकर खिलाड़ियों की राय
इंटरनेशनल शूटर नीना चंदेल का कहना है कि पीयू में शूटिंग को लेकर जो इंफ्रास्ट्रक्चर है वह दूसरी यूनिवर्सिटी में नहीं होगा। यहां खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधा मुहैया करवाई जाती है।
वहीं इंटरनेशनल फेंसिंग खिलाड़ी काजल ने कहा कि फेंसिंग खेल में पीयू के पास अच्छी सुविधा है। चंडीगढ़ की अगर बात की जाए तो उच्च स्तर पर फेंसिंग को लेकर कोचिंग से लेकर उपकरण सब माैजूद है जिससे मेरे जैसे फेंसिंग खिलाड़ी को आगे आने में मदद मिल रही है।
इंटरनेशनल स्वीमर सिद्धांत सेजवाल के मुताबिक स्वीमिंग पीयू जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर कहीं अोर नहीं है। जो चीज हमें इंटरनेशनल लेवल पर चाहिए होती है वह यहां मौजूद है। यहां की सबसे अच्छी बात यह है कि कभी भी आकर खिलाड़ी प्रेक्टिस कर सकता है।
इंटरनेशनल हैंडबॉल प्लेयर दीपा का कहना है कि पहले के मुकाबले अब पीयू में काफी बदलाव आया है। नए नए फेर बदल हो रहे है जो खेल की नजर से खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद है। पीयू इंटरनेशनल लेवल को ध्यान में रखते हुए सब कुछ किया जा रहा है।
बुनियादी सुविधाओं की नहीं है कमी
पीयू में स्पोर्ट्स को लेकर कोई भी ढील नहीं बरती जा रही है। खिलाड़ियों के लिए जो भी उपकरण चाहिए होते है पीयू स्पोर्ट्स विभाग उसे तुरंत उपलब्ध कराता है। इसके अलावा खिलाड़ियों का कोच के साथ तो तालमेल है ही साथ ही अधिकारी भी समय-समय पर खिलाड़ियों से फीडबैक लेते रहते है। इसमें जो खामियां मिलती हैं उसे दूर किया जाता है।
कड़ी मेहनत और प्रदर्शन से आई माका ट्रॉफी
खिलाड़ियों, कोच की मेहनत के साथ ही स्पोर्ट्स विभाग के सहयोग से इस वर्ष ही पीयू ने मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी अपने नाम की। इस ट्रॉफी पर पीयू ने करीब 14 वर्ष बाद कब्जा किया। इसमें पीयू खिलाड़ियों में से कई इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीत कर आए है।
पांच विकेट है क्रिकेट ग्राउंड में
दो वर्ष पहले पीयू खेल विभाग ने सात लाख रुपये की लागत से क्रिकेट ग्राउंड में पांच पिच तैयार की थी। इन पांच पिच में से चार तो तेज गेंदबाजी और एक सिपन के लिए बनाई गई थी। पिच बनाने के समय इस बात को ध्यान में रखा गया था कि बल्लेबाजों को तेज पिच पर खेलने के अनुकूल बनाया जाए। पिच बनाने के लिए खास बारमूडा से आई थी।
हॉकी मैदान पर बिछाई गई पॉली ग्रॉस
क्रिकेट ग्राउंड की तरह ही पीयू में बने हॉकी ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया से मंगवाई हुई पॉली ग्रॉस बिछाई गई थी। शहर के अन्य हाॅकी स्टेडियम या फिर ग्राउंड पर एस्ट्रोटर्फ बिछाए गए है। जबकि ज्यादातर इंटरनेशनल हाॅकी ग्राउंड पर पाॅलीग्रॉस बिछाई गई है। यहां भी खिलाड़ियों को इंटरनेशनल स्टेडियम जैसा माहौल देने के लिए यह सब किया गया।
वुशु, शूटिंग, स्वीमिंग, एथलेटिक्स से भी इंटरनेशनल खिलाड़ी
पीयू में हाॅकी, क्रिकेट, के अलावा वुशु, शूटिंग, स्वीमिंग, एथलेटिक्स आदि खेलों से कई इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ी निकले है। शूटिंग और एथलेटिक्स में पीयू के ज्यादा खिलाड़ियों ने मेडल अपने नाम किए है, वहीु वुशु, रोइंग, कैकिंग और कनोइयिंग जैसे खेलों में भी पीयू की झोली में मेडल आए।
खिलाड़ियों को बुनियादी सुविधाएं देने के साथ ही उन्हें इंटरनेशनल लेवल के लिए तैयार करना हमारा उद्देश्य है। आने समय में भी पीयू से कई खिलाड़ी ऐसे है जो इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए तैयार है।-डॉ. परमिंदर सिंह आहलूवालिया, स्पोर्ट्स निदेशक पीयू