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पंजाब में पनबस की हड़ताल से थमे बसों के पहिये, भटकते रहे लोग

पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रेक्ट वर्कस यूनियन से जुड़े लगभग 5000 कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। इसके कारण प्रदेश में परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 02:07 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 02:24 PM (IST)
पंजाब में पनबस की हड़ताल से थमे बसों के पहिये, भटकते रहे लोग
पंजाब में पनबस की हड़ताल से थमे बसों के पहिये, भटकते रहे लोग

जेएनएन, चंडीगढ़। पनबस कान्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन आह्वान पर मंगलवार को पंजाब रोडवेज कर्मियों ने बसों का चक्का जाम कर दिया। इसके कारण जालंधर, लुधियाना, मोहाली, अमृतसर, बठिंडा, पटियाला सहित राज्य के विभिन्न जिलों में यात्री परेशान रहे। भीषण गर्मी में सामान लेकर बस स्टैंड पहुंचे यात्रियों को मजबूरी में बाहर आकर इधर-उधर भटकना पड़ा।

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महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का बुरा हाल हो गया। लोगों को निजी बसों में गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी उन यात्रियों को उठानी पड़ रही है जिन्हें राज्य से बाहर जाना है क्योंकि पंजाब से कोई बस उत्तर प्रदेश, हरियाणा या हिमाचल प्रदेश की ओर नहीं जा रही है। बता दें कि पंजाब रोडवेज के कर्मचारी मांगों को लेकर 4 जुलाई तक हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेश भर में रोडवेज कर्मी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रेक्ट वर्कस यूनियन से जुड़े लगभग 5000 कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों ने तीन दिन तक 9.00 बजे से 12.00 बजे तक बसें नहीं चलाने का फैसला लिया। हालांकि कई शहरों में कर्मचारियों ने 12 बजे बाद भी बसें नहीं चलाई। सबसे ज्यादा परेशानी रोजाना यात्रा करने वालों को झेलनी पड़ी। पंजाब रोडवेज/पनबस कांट्रेक्ट वर्करज यूनियन के प्रधान शमशेर सिंह का कहना है कि सरकार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के अपने वादे से भाग रही है। जो एक्ट 2016 में पिछली सरकार ने बनाया था, उसे तोड़ मरोड़ रही है।

इसके अलावा कर्मचारी वन रैंक वन सैलरी की मांग भी कर रहे हैं। जनरल सचिव भगत सिंह ने बताया कि तीन जुलाई को ट्रांसपोर्ट मंत्री या मुख्यमंत्री के घर के पास रोष रैली निकाली जाएगी। अगर पुलिस, सरकार या अधिकारियों की ओर से हड़ताली कर्मियों के साथ धक्केशाही की गई तो हड़ताल अनिश्चित समय के लिए पक्का धरना लगाया जाएगा।

जालंधर में बस स्टैंड पर सभी बसों का चक्का जाम रहा। सुबह ९ बजे कर्मचारी यूनियन ने बस स्टैंड का गेट बंद करने की कोशिश की। इसे पुलिस ने आकर खुलवाया। जालंधर में रोडवेज की करीब 225 बसों का चक्का जाम किया गया है। यात्री बस स्टैंड से बाहर आकर निजी बसों या पनबस का सहारा लेकर अपनी मंजिल की ओर रवाना हो रहे हैं।

लुधियाना में यूनियन के सदस्यों ने सुबह ही बस स्टैंड के एंट्री व एग्जिट गेट पर बसें खड़ी करके रास्ते बंद कर दिए। धरना-प्रदार्शन किया। पीआरटीसी, पंजाब रोडवेज की किलोमीटर स्कीम के साथ साथ निजी बसों को अंदर नहीं घुसने दिया गया। कड़कती धूप में लोग बसों के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। बस स्टैंड के बाहर बसों के खड़े होने से जाम की स्थिति बन गई।

अमृतसर बस स्टैंड पर सुबह दस से दोपहर 12 बजे तक बस सेवा बंद रही। पंजाब रोडवेज व पनबस में कार्यरत कॉन्ट्रैक्ट वर्करों ने सरकार का पुतला फूंका ने सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी की। होशियारपुर में पनबस कांट्रेक्ट वर्करों ने बस स्टैंड के निकास द्वार के सामने करीब पंद्रह मिनट तक सरकार का पुतला फूंका। जाम न लगे इसके लिए मौके पर मौजूद थाना सिटी प्रभारी इंस्पेक्टर तलविंदर कुमार ने बसों को ट्रैफिक डाइवर्ट किया। पठानकोट में हड़ताल के कारण 12 बजे तक 80 फीसद रुट मिस हुए हैं। शाम तक संख्या में और वृद्धि होने तय मानी जा रही है।

इसी तरह फिरोजपुर कैंट, श्री मुक्तसर साहिब में पनबस कर्मचारियों ने बस स्टैंड के अंदर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मियों ने किसी भी अन्य बस को अंदर नहीं घुसने दिया जिस कारण बाहर सड़क पर लगा रहा।

ये हैं मांगें

  • कांट्रेक्ट पर रखे मुलाजिम पक्के किए जाएं
  • स्टाफ को ठेकेदारी से बाहर करके कांट्रेक्ट बेस पर रखा जाए
  • एक समान काम, एक समान वेतन लागू किया जाए
  • बार-बार ठेकेदार बदलने की प्रथा रोकी जाए
  • कर्जामुक्त रोडवेज की बसों को रोडवेज में मर्ज किया जाए
  • ट्रांसपोर्ट पॉलिसी को रोडवेज के पक्ष में लागू की जाए
  • रोडवेज में फैले भ्रष्टाचार खत्म किया जाए

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