चंडीगढ़ में मुलाजिम ने नशे में सरकारी गाड़ी से मारी दो कारों को टक्कर, पुलिस बोली- समझौता हो गया
सेक्टर 22/23 डिवाइडिंग पर रात के समय पंजाब पुलिस के मुलाजिम ने सरकारी गाड़ी से दो गाड़ियों को टक्कर मार दी। हादसा करने वाला मुलाजिम नशे में लगने के बावजूद सेक्टर 22 चौकी पुलिस का दावा है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
चंडीगढ़, जेएनएन। सेक्टर 22/23 डिवाइडिंग पर रात के समय पंजाब पुलिस के मुलाजिम ने सरकारी गाड़ी से दो गाड़ियों को टक्कर मार दी। इस दौरान स्विफ्ट कार में बैठी महिला और बच्चे बाल बाल बच गए। हादसा करने वाला मुलाजिम नशे में लगने के बावजूद सेक्टर 22 चौकी पुलिस का दावा है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया। बीच सड़क पर गाड़ी के नुकसान और जान माल के बचाव के साथ जमकर हंगामा होने के बावजूद समझौता होने का बयान पर चंडीगढ़ पुलिस घेरे में आ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार डिवाइडिंग रोड पर पंजाब पुलिस का मुलाजिम सरकारी गाड़ी से जा रहा था। इसी दौरान उसने स्विफ्ट कार में जोरदार टक्कर मार दी और कार सामने वाली गाड़ी से टकरा गई। इस दौरान स्विफ्ट कार में बैठी फैमिली का बचाव हो गया लेकिन उनकी गाड़ी पीछे से क्षतिग्रस्त हो गई।
जमकर हुआ हंगामा
प्रत्यक्षदर्शी विनय के अनुसार हादसे के बाद दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान मुलाजिम ने कहा कि सरकारी गाड़ी चला रहे हैं। पुलिस मुलाजिम नशे में नजर आ रहा था। उसने भी काफी हंगामा किया। बीच सड़क पर दोनों पक्षों के बीच तू-तू मैं मैं चल ही रही थी कि सूचना पाकर सेक्टर 22 चौकी पुलिस आ गई। जिसके बाद दोनों पक्षों को गाड़ी सहित चौकी में ले जाया गया।
चौकी में हुआ मामला रफा दफा, पुलिस बोली - आपसी समझौता हुआ
घटनास्थल पर पहुंची सेक्टर 22 चौकी पुलिस दोनों पक्षों को चौकी में ले जाने के बाद उनके बयान दर्ज किए। इस दौरान दोनों पक्षों में एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाएं। हालांकि इसके बाद की कार्यवाही के बारे में पुलिस का साफ कहना है कि दोनों पक्षों ने आपसी रजामंदी से मामले में समझौता कर लिया। इस मामले में किसी पक्षी द्वारा शिकायत नहीं मिलने की वजह से पुलिस ने कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं की है। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि जब कोई भी चालक नशे में है तो पुलिस ने स्वतंत्र संज्ञान लेकर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही क्यों नहीं की?