Punjab News: भ्रष्टाचार के मामले में अकेले पड़ने लगे पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी, फूंक-फूंक कर कदम रख रही कांग्रेस
भ्रष्टाचार मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी फिर अकेले पड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री मान द्वारा लगाए गए आरोप की उनके भांजे भूपिंदर सिंह ने एक खिलाड़ी से सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए 2 करोड़ रुपये की मांग की थी पर अकेले ही बचाव करते नजर आ रहे हैं।
चंडीगढ़, कैलाश नाथ । भ्रष्टाचार के मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर अकेले पड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा लगाए गए आरोप की उनके भांजे भूपिंदर सिंह हनी ने एक खिलाड़ी से सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए 2 करोड़ रुपये की मांग की थी, पर अकेले ही बचाव करते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस के दो मंत्री पहले ही जा चुके जेल
हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने जरूरत चन्नी के हक में कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास अगर सबूत हैं तो वह सामने लाए और कार्रवाई करें। लेकिन चन्नी पिछले दो दिनों से अकेले ही मुख्यमंत्री के आरोपों का सामना करते नजर आ रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की परेशानी यह है कि उनके दो पूर्व मंत्री भ्रष्टाचार के मामले में पहले ही जेल जा चुके हैं।
कांग्रेस फूंक-फूंक कर रख रही
जबकि पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री ओपी सोनी, समेत कई कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधायकों पर भ्रष्टाचार का आरोप लग चुका हैं। फरीदकोट से विधायक रहे कुशलदीप सिंह ढिल्लों अभी भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में हैं। वहीं, कांग्रेस किसी भी सूरत में अपने ऊपर यह दाग नहीं लगने देना चाहती हैं कि वह भ्रष्टाचार करने वालों का बचाव कर रही हैं।
चन्नी के साथ कड़ी हुई पूरी कांग्रेस
यही कारण है कि प्रदेश प्रधान ने पूरे एहतियात के साथ कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान कांग्रेसी नेता की छवि खराब कर रहे हैं। अहम पहलू यह है कि एक माह में ही कांग्रेस में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिल रहा हैं। जालंधर लोकसभा चुनाव से पहले 14 अप्रैल को जब आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ने चन्नी को पूछताछ के लिए बुलाया तो पूरी कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री के साथ खड़ी नजर आ रही थी।
खुद सच्चाई को सामने लाएंगे मान
कांग्रेस ने आनन-फानन में सुबह-सुबह ही चन्नी की प्रेस कांफ्रेंस कांग्रेस भवन में आयोजित करवाई। अब जब मुख्यमंत्री लगातार चन्नी पर हमला कर रहे हैं और उन्हें चुनौती दे रहे हैं कि 31 मई तक उन्होंने अगर सच्चाई को लोगों के सामने नहीं कबूला तो वह खुद सच्चाई को सामने लाएंगे, तो किसी भी नेता ने काउंटर नहीं किया।
जैसा ही भुलत्थ के नेता सुखपाल खैहरा और शाहकोट के विधायक लाडी शेरोवालिया के मामले में हुआ था। उस समय विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने खुल कर कह दिया था कि वह खैहरा और शेरोवालिया के साथ खड़े हैं। यह पहला मौका नहीं हैं जब चन्नी पार्टी में अकेले दिखाई दिए हो।
मान कांग्रेस नेताओं की छवि करते हैं ख़राब
विजिलेंस ने जब आय से अधिक संपत्ति और अवैध रेत खनन को लेकर उन पर शिकंजा कसा तब भी चन्नी के समर्थन में कांग्रेस का कोई नेता नहीं आया था। हालांकि राजा वड़िंग का कहना हैं, मुख्यमंत्री कांग्रेस के नेताओं की छवि को खराब करने की शरारत करते रहते हैं। अगर मुख्यमंत्री के पास सबूत हैं तो उन्हें सार्वजनिक करके एक्शन लेना चाहिए।