Punjab News: पेट्रोल पंप पर ₹100 का तेल डलवाने के लिए वाहन चालक दे रहे 2000 के नोट
पेट्रोल पंप मालिक आजकल बहुत परेशान हैं। मात्र सौ रुपए का पेट्रोल डलवाने के लिए वाहन चालक 2000 का नोट थमा देते हैं और वे छुट्टे वापिस दे देकर इतने परेशान हो गए हैं कि अब उनके पास नकदी खत्म होने लगी है।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो । पेट्रोल पंप मालिक आजकल बहुत परेशान हैं। मात्र सौ रुपए का पेट्रोल डलवाने के लिए वाहन चालक 2000 का नोट थमा देते हैं और वे छुट्टे वापिस दे देकर इतने परेशान हो गए हैं कि अब उनके पास नकदी खत्म होने लगी है। बैंक भी उन्हें ये नकदी उपलब्ध नहीं करवा रहे हैं।
2 हजार के नोट बंद होने से पेट्रोल पंप वालो परेशान
पंजाब पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने अपनी इस परेशानी से भारतीय रिजर्व बैंक को अवगत करवाते हुए पत्र लिखा है कि बैंकों में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराई जाए। एसोसिएशन के महासचिव राजीव कुमार ने कहा कि जब से दो हजार का नोट बंद हुआ है तब से पंपों पर परेशानी बढ़ गई है।
2016 के जैसी हुई हालत
यह ठीक वैसी ही हालत हो गई है जैसा 2016 की नोटबंदी के समय हुआ था। ज्यादातर उपभोक्ता मात्र सौ -दो सौ रुपए का पेट्रोल डलवाने के लिए भी 2000 का नोट दे रहे है जिस कारण पूरे देश के पेट्रोल पंपों पर नकदी की कमी आ गई है। हम उनसे डिजिटल भुगतान करने को कहते हैं तो वह मना कर देते हैं।
ऑनलाइन भुगतान के का उपयोग नहीं कर रहे लोग
राजीव कुमार ने बताया कि दो हजार का नोट वापिस लेने से पूर्व हमारी कुल नकदी में मात्र 10 फीसदी ही दो हजार रुपए के नोट होते थे लेकिन अब यह 90 फीसदी हो गए हैं जिन्हें हम उसी दिन बैंकों में जमा करवा रहे हैं। हम यह डर है कि हमें फिर से नोटबंदी के समय की तरह आयकर आदि से दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि अब लोग अपने डिजिटल प्लेटफार्म को भी भुगतान के लिए उपयोग नहीं कर रहे हैं।
RBI से की मांग
राजीव कुमार के अनुसार दो हजार का नोट बंद होने से पूर्व 40 फीसदी लोग डिजिटल भुगतान करते थे लेकिन अब यह मात्र दस फीसदी रह गया है और सभी लोग नकद पैसे दे रहे हैं और उसमें ज्यादातर लोग दो हजार का नोट दे रहे हैं जिसके बदले उन्हें छोटे नोट देना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने आरबीआई से मांग की कि बैंकों में छोटे नोट ज्यादा से ज्यादा उपलब्ध करवाए जाएं ताकि उपभोक्ताओं को यह वापिस किए जा सकें।