भगवंत मान को छोड़ आप के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त, जानें कैसे गिरी साख
Punjab Lok Sabha Election Result 2019 में भगवंत मान को छोड़कर आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
चंडीगढ़, जेएनएन। Punjab Lok Sabha Election Result 2019 में पंजाब में इस बार आप आदमी पार्टी का बुरा हाल हो गया। 2014 के लोकसभा चुनाव में पंजाब से चार सीटें जीतने वाली आप के एक को छोड़कर सभी उम्मीदवाराें की जमानत जब्त हो गई। संगरूर से भगवंत मान ने अपना मान बढ़ाया और एक लाख से अधिक वोट से विजयी रहे। आप के वोट बैंक में सभी पार्टियों ने सेंध लगाई है।
राज्य में कांग्रेस का वोट शेयर सबसे ज्यादा 7.10 फीसद बढ़ा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने अपना 17.03 फीसद वोट शेयर गंवा दिया है। पंजाब में बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस को अचंभित किया है। बसपा ने पंजाब में पंजाब डेमोक्रेटिक अलायंस का हिस्सा बनते हुए श्री आनंदपुर साहिब, जालंधर और होशियारपुर सीट पर चुनाव लड़ा था। 2014 के मुकाबले बसपा का वोट शेयर दोगुना से अधिक हो गया है।आम आदमी पार्टी का वोट शेयर न सिर्फ कम हुआ, बल्कि वह सभी पार्टियों में बंट गया।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी यह बात मानते हैं कि बसपा का वोट शेयर बढऩा कांग्रेस के लिए चिंता की बात है। बसपा का वोट शेयर बढऩे की वजह से होशियारपुर की सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई है। हमें नई सिरे से सोचना पड़ेगा। कांग्रेस की चिंता इसलिए भी है कि हाथी की अगर ऐसी ही चाल रही तो उनके लिए 2022 में परेशानी खड़ी हो सकती है। क्योंकि जब भी बसपा का वोट शेयर बढ़ता है, कांग्रेस को नुकसान होता है।
2014 के लोक सभा चुनाव में बसपा ने 1.5 फीसदी वोट हासिल किए थे, जबकि 2019 में यह शेयर बढ़ कर 3.49 फीसदी हो गया है। श्री आनंदपुर साहिब बसपा प्रत्याशी विक्रम सिंह सोढ़ी को 1,46,077, होशियारपुर के खुशी राम को 1.28 और जालंधर से बलविंदर कुमार 2.04 लाख वोट मिले। वहीं, 24.40 फीसद वोट शेयर लेकर 2014 में सबको हैरान करने वाली आप का वोट बैंक बिखर गया है। 2019 में यह शेयर मात्र 7.36 फीसदी पर सिमट गया है।
आप का वोट शेयर कम होने का सबसे ज्यादा लाभ कांग्रेस को मिला है। कांग्र्रेस का वोट शेयर 33.10 से बढ़ा कर 40 फीसदी से ऊपर चला गया है। इसी प्रकार भाजपा और अकाली दल के वोट शेयर में भी मामूली असर देखने को मिल रहा है। भाजपा 8.70 के मुकाबले 9.56 फीसदी वोट शेयर लेने में कामयाब रही। इसी प्रकार अकाली दल 26.30 से बढ़ कर 27.5 फीसदी पर पहुंच गई है।
खैहरा रहे बेअसर, जमानत भी जब्त
चुनाव से पहले बने नए राजनीतिक दल पंजाब एकता पार्टी और अकाली दल टकसाली चुनाव में असर छोडऩे में कामयाब नहीं हो पाई। आप छोड़ कर पंजाब एकता पार्टी बनाने वाले सुखपाल खैहरा बठिंडा से मात्र 38,199 वोटों पर ही सिमट कर रह गए। उनकी जमानत भी जब्त हो गई। हालांकि, उन्हीं की पार्टी से खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ रहीं परमजीत कौर खालड़ा ने जरूर मजबूती से चुनाव लड़ा और वह 2.14 लाख वोट हासिल करने में कामयाब रही। वहीं, अमृतसर टकसाली कोई भी असर छोडऩे में कामयाब नहीं हो पाई।
वोट शेयर
पार्टी- 2014- 2019
कांग्रेस- 33.10- 40.2
शिअद- 26.30- 27.5
भाजपा- 8.70- 9.56
आप- 24.40- 7.37
बसपा- 1.5- 3.49
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आप और पीडीढ के इन उम्मीदवारों की जमानत हुई जब्त
- सुखपाल सिंह खैहरा, बठिंडा (पीडीए)
- बलजिंदर कौर, बठिंडा (आप)
- जस्टिस जोरा सिंह, जालंधर (आप)
-धर्मवीर गांधी, पटियाला (पीडीए)
-नीना मित्तल, पटियाला (आप)
-कुलदीप धालीवाल, अमृतसर (आप)
-नरिंदर शेरगिल, श्री आनंदपुर साहिब (आप)
-बनदीप सिंह दूलो, फतेहगढ़ साहिब (आप)
-प्रो. साधू सिंह, फरीदकोट (आप)
-मास्टर बलदेव, फरीदकोट (पीडीए)
-प्रो. तेजपाल सिंह, लुधियाना (आप)
-पीटर मसीह, गुरदासपुर (आप)
-डॉ. रवजोत सिंह, होशियारपुर (आप)
-हरजिंदर सिंह काका, फिरोजपुर (आप)
-हंसराज गोल्डन, फिरोजपुर (पीडीए)
-मनजिंदर सिंह सिद्धू, खडूर साहिब (आप)
-जस्सी जसराज, संगरूर (पीडीए)
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