टैक्स प्रावधानों में बदलाव से पंजाब सरकार को लगता सकता है झटका, जाने कैसे...
अंतरिम बजट टैक्स प्रावधान में किए गए बदलाव से भले ही पंजाब के कर्मचारी व आयकरदाता लाभान्वित हुए हों, लेकिन इससे पंजाब सरकार को झटका लग सकता है।
चंडीगढ़ [कैलाश नाथ]। केंद्रीय अंतरिम बजट में पांच लाख तक की सालाना कमाई करमुक्त होने के एलान से पंजाब में प्रोफेशनल टैक्स को लेकर बड़ी दुविधा खड़ी हो गई है। प्रदेश सरकार आयकरदाताओं से 200 रुपये प्रति माह प्रोफेशनल टैक्स लेती है, जो सालाना 2400 रुपये बनता है।
अब माना जा रहा है कि पंजाब सरकार आयकरदाताओं के वेतन से 200 रुपये नहीं काट पाएगी, क्योंकि केंद्र के इस कदम से पांच लाख आयकरदाता प्रोफेशनल टैक्स के दायरे से बाहर हो सकते हैं। पंजाब सरकार को भी 140 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है। टैक्स में छूट का दायरा बढऩे के बाद वित्त विभाग आंकड़ों को खंगालने में जुट गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र के इस एलान से टैक्स अदा करने वालों की गिनती में कमी आएगी, लेकिन यह कितनी है इसके बारे में अभी अंदाजा लगाना मुश्किल है। वित्त विभाग के सीनियर अधिकारियों ने भी इस पर कुछ भी कहने से इन्कार किया है, लेकिन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड अकाउंट्स के नॉर्दर्न हेड अनिल शर्मा ने कहा, 'केंद्र के इस कदम से पंजाब सरकार का प्रोफेशनल टैक्स बहुत कम हो जाएगा। मुझे लगता है कि यह राशि इतनी कम हो जाएगी कि सरकार को इसे खत्म करने की नौबत आ सकती है।'
पंजाब में 10.41 लाख आयकरदाता
पंजाब में करीब 10.41 लाख आयकरदाता हैं। पंजाब सरकार का अनुमान था कि प्रोफेशनल टैक्स से सरकार को 250 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। अब पंजाब के करीब 50 से 60 फीसद करदाता इनकम टैक्स के दायरे से बाहर हो सकते हैं। संभावना है कि पंजाब के 60 फीसद करदाताओं को 200 रुपये प्रति माह का प्रोफेशनल टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा। वहीं, वित्त विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि बजट के असर की पड़ताल करनी होगी। टैक्स का दायरा बढऩे से राज्य के राजस्व पर असर पड़ेगा।
टैक्स की परिभाषा बदल सकती है पंजाब सरकार
टैक्स मामले के माहिर सीए अश्विनी कुमार गुप्ता का कहना है कि पंजाब सरकार को प्रोफेशनल टैक्स को लेकर अपनी परिभाषा बदलनी पड़ेगी। करीब पांच लाख करदाता प्रोफेशनल टैक्स के दायरे से बाहर होंगे। हालांकि, कुछ नए भी इस दायरे में आएंगे, लेकिन प्रोफेशनल टैक्स के दायरे से बाहर होने वालों की संख्या काफी ज्यादा है।