खेर की शिकायत पर पेक डायरेक्टर को पद से रिलीव करने के आदेश
पंजाब इंजीनिय¨रग कॉलेज (पेक) डायरेक्टर प्रो. मनोज कुमार अरोड़ा को पद से हटा दिया गया है। यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने प्रो. अरोड़ा को रिलीव करने के आदेश जारी कर दिए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब इंजीनिय¨रग कॉलेज (पेक) डायरेक्टर प्रो. मनोज कुमार अरोड़ा को पद से हटा दिया गया है। यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने प्रो. अरोड़ा को रिलीव करने के आदेश जारी कर दिए। सूत्रों के अनुसार प्रो. अरोड़ा को भ्रष्टाचार को लेकर उनके खिलाफ हुई शिकायतों के कारण पद से हटाया गया है। पेक इतिहास में पहली बार किसी डायरेक्टर को समय से पहले और भ्रष्टाचार मामले में पद से हटाने के आदेश जारी किए गए हैं। नए पेक डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए नए सिरे से विज्ञापन निकाला जाएगा। मौजूदा डायरेक्टर को 15 अक्टूबर को रिलीव करने के टेक्निकल एजुकेशन सेक्रेटरी को निर्देश जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि पेक डायरेक्टर प्रो. मनोज अरोड़ा की नियुक्ति शुरू से ही विवादों में रही है। प्रो. अरोड़ा को 2012 में डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। 31 जुलाई 2018 को प्रो. अरोड़ा का पांच साल का कार्यकाल खत्म होना था। प्रशासक वीप सिंह बदनौर के निर्देशों पर मार्च 2018 में ही प्रो. अरोड़ा को पांच साल की एक्सटेंशन को मंजूरी दी गई थी। लेकिन उन्हें समय से पहले ही रिलीव कर दिया गया। उधर इस मामले में पेक प्रशासन का कहना है कि प्रो. मनोज ने अगस्त के पहले हफ्ते में ही उन्हें रिलीव करने के लिए प्रशासन को चिट्ठी लिखी थी। खेर ने डायरेक्टर के खिलाफ दी भ्रष्टाचार की शिकायत
सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ सांसद किरण खेर के कारण ही पेक डायरेक्टर पर गाज गिरी है। खेर ने पेक डायरेक्टर प्रो. मनोज कुमार अरोड़ा पर भ्रष्टाचार और अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने की शिकायत एमएचआरडी और यूजीसी को की थी। पेक डायरेक्टर के खिलाफ 2017 में भी तीन बार सांसद किरण खेर द्वारा शिकायत की गई थी। यूजीसी में ज्वाइंट सेक्रेटरी अर्चना ठाकुर द्वारा पेक डायरेक्टर के खिलाफ मामलों में अभी तक की गई कार्रवाई को लेकर सेक्रेटरी टेक्निकल एजुकेशन यूटी को चिट्ठी लिखी थी। पेक के सभी प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच
पेक डायरेक्टर पर भ्रष्टाचार के लगे गंभीर आरोपों के बाद उनके कार्यकाल में हुए प्रोजेक्ट की जांच हो सकती है। पेक के 100 साल पूरे होने पर यूटी प्रशासन की ओर से 100 करोड़ रुपये की विशेष ग्रांट भी जारी की गई है। पेक में पिछले दो तीन सालों में भी करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट पर काम हुआ है। यूजीसी की चिट्ठी के बाद यूटी प्रशासन भी मामले में जांच के लिए जल्द कमेटी गठित कर सकता है। नियुक्ति को लेकर भी विवादों में रहे प्रो. अरोड़ा
प्रो. मनोज अरोड़ा नियुक्ति के समय से ही विवादों में रहे हैं। आइआइटी रुढ़की के प्रो. प्रदीप कुमार गर्ग ने प्रो. अरोड़ा की नियुक्ति को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। प्रो. प्रदीप गर्ग का आरोप है कि प्रो. अरोड़ा की नियुक्ति में यूटी प्रशासन की ओर से मेरिट और नियमों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। कोर्ट ने भी मामले में यूटी प्रशासन को नए सिरे से पेक डायरेक्टर की नियुक्ति के निर्देश जारी किए हैं। सूत्रों के अनुसार प्रो. प्रदीप गर्ग का बायोडाटा और अनुभव प्रो. अरोड़ा से काफी बेहतर था, लेकिन उन्हें इंटरव्यू के लिए हुई दूसरी मीटिंग में बुलाया ही नहीं गया। उधर सिलेक्शन कमेटी में भी किसी टेक्निकल एक्सपर्ट की नियुक्ति नहीं की गई थी। प्रो. गर्ग का केस लड़ रहे एडवोकेट का कहना है कि मामले में हाईकोर्ट ने यूटी प्रशासन को दिशा निर्देश जारी किए हैं। सिलेक्शन कमेटी भी कटघरे में
यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर द्वारा प्रो. अरोड़ा को एकदम से हटाने से पेक में बुधवार को हलचल मच गई। प्रशासक की ओर से जारी आदेशों में प्रो. अरोड़ा को 10 अक्टूबर को रिलीव करने के निर्देश जारी किए हैं। इस मामले में अब प्रो. अरोड़ा की नियुक्ति करने वाली कमेटी पर भी सवालिया निशान लग गया है। सूत्रों के अनुसार मामले में यूटी प्रशासन भी कोर्ट में कोई संतोषजनक जवाब दायर नहीं कर सका है। दुनिया भर में पेक की अलग पहचान
पेक देश ही नहीं दुनिया भर के नामी इंजीनिय¨रग कॉलेजों में शुमार है। पेक से पढ़ने वाले इंजीनियर दुनियाभर की नामी कंपनी में काम कर रहे हैं, तो कुछ खुद की कंपनी चलाते हैं। अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला कल्पना चावला, मिस इंडिया वर्ल्ड बनी तान्या मिश्रा, कॉमेडी किंग जसपाल भंट्टी जैसी हस्तियां पेक से निकली हैं। मैने निजी कारणों से खुद ही इस्तीफा दिया है। अगस्त के पहले हफ्ते में प्रशासन को इस संबंध में चिट्ठी भेज दी थी। सांसद किरण खेर द्वारा मेरे खिलाफ कोई शिकायत नहीं की गई है। पेक डायरेक्टर के तौर पर मैं अपने काम से संतुष्ट हूं।
प्रो. मनोज कुमार अरोड़ा, डायरेक्टर पंजाब इंजीनिय¨रग कॉलेज, चंडीगढ़।