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पंजाब विधानसभा मानसून सत्र: कोरोना रिपोर्ट के बाद विपक्ष का सत्र में भाग लेने पर संदेह

पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 28 अगस्त को है लेकिन एक-एक अकाली व आप विधायक के कोरोना पॉजीटिव आने से विपक्ष सदन में आएगा या नहीं इस पर संदेह है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 01:59 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 08:06 PM (IST)
पंजाब विधानसभा मानसून सत्र: कोरोना रिपोर्ट के बाद विपक्ष का सत्र में भाग लेने पर संदेह
पंजाब विधानसभा मानसून सत्र: कोरोना रिपोर्ट के बाद विपक्ष का सत्र में भाग लेने पर संदेह

चंडीगढ़ [कैलाश नाथ]। पंजाब विधानसभा का एक दिवसीय मानसून सत्र सही मायने में एतिहासिक होगा। पंजाब विधानसभा के इतिहास में इतना छोटा सत्र कभी नहीं हुआ, दूसरी विधानसभा की कार्यवाही में विपक्ष हिस्सा नहीं ले पाएगा, क्योंकि शिरोमणि अकाली दल के दो और आम आदमी पार्टी के एक विधायक कोरोना पॉजीटिव आए हैं। दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने कोरोना की जांच के बाद साथ बैठकर एमएलए हॉस्टल में खाना खाया था। प्रोटोकाल के अनुसार कोरोना पॉजीटिव के संपर्क में आने वाले लोगों को एक सप्ताह के लिए एकांतवास में जाना होगा। ऐसी स्थिति में पूरा विपक्ष विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएगा।

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कोरोना से केवल शिरोमणि अकाली दल या आम आदमी पार्टी ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के विधायक सबसे ज्यादा प्रभावित हैंं, क्योंकि कल ही कांग्रेस के दो विधायक जिसमें जालंधर कैंट के पद्मश्री परगट सिंह और राजपुरा के हरदयाल सिंह कंबोज शामिल हैंं के अलावा एक कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैंं। इससे पहले तीन कैबिनेट मंत्री व करीब एक दर्जन विधायक कोरोना पॉजीटिव आ चुके हैंं। पंजाब विधान सभा का मानसून सत्र 28 अगस्त को होना है। स्पीकर राणा केपी सिंह ने फैसला लिया है कि विधानसभा की कार्यवाही में वही विधायक व अधिकारी हिस्सा ले सकते हैंं, जिनकी कोरोना की रिपोर्ट नेेगेटिव होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोरोना सैंपल लेने के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैंं।

पॉजीटिव आए विधायकों ने एमएलए हॉस्टल में दिया था सैंपल

अकाली दल और आम आदमी पार्टी के विधायकों ने एमएलए हॉस्टल में लगाए गए विशेष कैंप में कल सैंपल दिया था। जिसके बाद सभी विधायकों ने एमएलए हास्टल में ही खाना व चाय भी पी थी। बाद में आप के मंजीत सिंह बिलासपुर और अकाली दल के गुरप्रताप सिंह वडाला और हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा कोरोना पॉजीटिव पाए गए।

क्या कहता है प्रोटोकाल

प्रोटोकाल के अनुसार कोरोना पॉजीटिव मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को एक सप्ताह के लिए एकांतवास में रहना होगा। भले ही उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई हो। ऐसे में अकाली दल और आप के विधायकों के विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पर संदेह पैदा हो गया है, क्योंकि अब अंतिम फैसला स्पीकर राणा केपी सिंह को लेना होगा कि वह निगेटिव आने वाले विधायकों को सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने देते है या हीं। वहीं, विपक्ष का अब पूरा दारोमदार भाजपा के दो विधायक व लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधू पर है।

रिपोर्ट पर संदेहः आप

आप के विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि रिपोर्ट पर ही संदेह पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि मंजीत सिंह बिलासपुर को 3 बजे बताया गया कि उनकी रिपोर्ट नेेगेटिव आई है, जबकि 4.30 बजे बताया जा रहा है कि उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव है। यह अपनेआप में संदेह पैदा कर रहा है। बिलासपुर को आज निजी लैब से भी कोरोना टेेस्ट करवाने की के लिए कहा गया है। उस रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि कौन सही है और कौन गलत।

अभी फैसला करेंगेः अकाली दल

अकाली दल के विधायक दल नेता शरणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, सरकार विपक्ष का सामना करने से भाग रही है। पहले तो एक दिन का मानसून सत्र रखा गया, ताकि विपक्ष के सवालों का सरकार को जवाब न देना पड़े। अब कोरोना का सहारा लिया जा रहा है। सदन में पहले ही एक सीट पर एक विधायक बैठेगा। एक दूसरे से दूरी का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अकाली दल के विधायक इस संबंध में कल बैठक करेंगे।


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