पंजाब का बजट सत्र शुरू, राज्यपाल के अभिभाषण पर शिअद की नारेबाजी, वाकआउट किया
पंजाब विधानसभा का बजट सत्र में राज्यपाल ने अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। इसका शिरोमणि अकाली दल और लोक इंसाफ पार्टी ने विरोध जताया।
चंडीगढ़ [निर्मल सिंह मानशाहिया ]। पंजाब विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया। राज्यपाल ने अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। इसका शिरोमणि अकाली दल और लोक इंसाफ पार्टी ने विरोध जताया। इसके बाद शिअद ने सदन से वाकआउट कर दिया। बजट 18 फरवरी को पेश किया जाएगा। सत्र 21 फरवरी तक चलेगा।
किसान कर्ज माफी का मुद्दा मंगलवार को विधानसभा के अंदर व बाहर गूंजा। अकाली दल ने जहां नारेबाजी और शोरशराबा कर सदन के अंदर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान वॉकआउट किया, वहीं बाहर आकर सड़क पर किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर सरकार को घेरा। इस दौरान अकाली दल के साथ आत्महत्याएं कर चुके किसानों को परिजन भी मौजूद थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अकाली दल द्वारा किए गए वॉकआउट व धरना प्रदर्शन को नाटक करार दिया। कहा कि अकाली अब ड्रामे करने लायक ही रह गए हैं। जब इनकी 10 साल सरकार रही तब इन्होंने कर्ज माफ नहीं किया।
राज्यपाल ने की कैप्टन सरकार की तारीफ
अपने अभिभाषण में राज्यपाल ने कैप्टन सरकार के कामकाज की तारीफ की। राज्यपाल ने अंग्रेजी में ्पने भाषण की शुरुआत की। राज्यपाल ने कैप्टन सरकार की कर्ज़ माफी स्कीम का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि किसानों के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की प्राथमिकता है। कैप्टन सरकार ने कर्ज माफी स्कीम को सफलतापूर्वक लागू किया है। अब तक किसानों का 4736 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया जा चुका है।
अकाली दल ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बताया
अकाली दल ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बताया। सदन में अकाली-भाजपा विधायकों का नेतृत्व प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर बादल की अनुपस्थिति में पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने किया। इस दौरान अकालियों ने कैप्टन सरकार पर किसानों, नौजवानों, बेरोगारों, दलितों, गरीबों, विद्यार्थियों और सरकारी कर्मचारियों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। राज्यपाल के भाषण के दौरान किसानों के मुद्दे पर लोक इंसाफ पार्टी और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने भी विरोध जताया। लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत बैंस व बलविंदर बैंस ने राज्यपाल द्वारा पंजाबी छोड़कर अंग्रेजी भाषा में भाषण पढ़ने पर विरोध जताया।
पीड़ित परिवारों को ले कर अकाली की तरफ से धरना
सदन से वाकआउट करने के बाद अकाली-भाजपा विधायकों ने किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर रोष मार्च निकाला। प्रदर्शन का नेतृत्व सुखबीर सिंह, बिक्रम सिंह मजीठिया ने किया। धरने में पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल भी शामिल हुए। कर्ज माफी के मुद्दे पर कैप्टन सरकार को विधानसभा के बाहर घेरने की रणनीति बादल द्वारा पहले ही तैयार की गई थी। विधानसभा में से वॉकआउट करने के बाद अकाली-भाजपा विधायक भी सेक्टर-3 स्थित प्रकाश सिंह बादल की रिहायश पर पहुंचे। यहां पीड़ित किसान परिवारों के साथ मुलाकात के दौरान प्रकाश सिंह बादल ने किसान आत्महत्याओं के लिए कैप्टन सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया।