पंजाब यूनिवर्सिटी ने क्यूएस एशियन रैंकिंग में लगाई छलाग, यूबीएस को 15वां रैंक
पीयू को 291 से 300 (ग्रुप) में जगह दी गई है जबकि गत वर्ष यह 301 से 350 के ग्रुप में शामिल थी।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण ,चंडीगढ़ : देश की अव्वल यूनिवर्सिटीज में शुमार पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) ने क्यूएस की एशियन रैंकिंग में इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है। पीयू को 291 से 300 (ग्रुप) में जगह दी गई है जबकि गत वर्ष यह 301 से 350 के ग्रुप में शामिल थी।
गत दो वर्षो से पीयू का विभिन्न नेशनल और इंटरनेशनल रैंकिंग में लगातार ग्राफ गिरता जा रहा था। अब क्यूएस रैंकिंग से पीयू के नए कुलपति और फैकल्टी को नई ऊर्जा मिली है। क्यूएस एशियन रैंकिंग में देश भर की 79 यूनिवर्सिटी और अन्य हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट ने हिस्सा लिया था।
पीयू का यूबीएस विभाग 15वें स्थान पर
पीयू को ओवरऑल 291-300 ब्रैकेट में रखा गया है। वहीं, प्रतिष्ठित पंजाब यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल(यूबीएस) को एशिया में 15वा स्थान हासिल हुआ है। विभाग में फुलटाइम एमबीए करवाई जाती है। अकादमिक प्रतिष्ठा, फैकल्टी-स्टूडेंट रेशो, प्रति पेपर साइटेशन जैसे विभिन्न मापदंडों पर शैक्षणिक संस्थान की रैंकिंग की जाती है। एमबीए में ओवरऑल स्कोर 51.5 हासिल किया है, जबकि डायवर्सिटी में 58, एंप्लाइबिलिटी में 54.2 और आंत्रप्रेन्योरशिप एंड एल्युमनाई आउटकम्स में 44.2, रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट में 44.7 और लीडरशिप में 56.3 अंक हासिल किए हैं। इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) के डायरेक्टर प्रो. एम राजीव लोचन का कहना है कि यूनिवर्सिटी की रेपुटेशन का रैंक पहले से सुधरा है। हालांकि कुछ क्षेत्रों जैसे कि सोशल मीडिया, अखबार, टीवी चैनल आदि में अभी ओर बेहतर करने की जरूरत है। पीयू कितनी खरी उतरी
पेरामीटर रैंकिंग
एकेडमिक रेपुटेशन 192 रैंक
इम्पलायर रेपुटेशन 251 रैंक
फैकल्टी रेपुटेशन 301 रैंक
स्टॉफ विद पीएचडी 238 रैंक
साइटेशन एंड पेपर 231 रैंक
पेपर पर फैकल्टी 244 रैंक
इंटरनेशनल रिसर्च 176 रैंक
इंटरनेशनल फैकल्टी 301 रैंक
इंटरनेशनल स्टूडेंट्स 301 रैंक
इनबाउंड एक्सचेंज स्टूडेंट्स 301 रैंक
आउटबाउंड एक्सचेंज स्टूडेंट्स 301 रैंक फैकल्टी की कमी
विभिन्न नेशनल और इंटनरेशनल स्तर पर होने वाली रैंकिंग में पंजाब यूनिवर्सिटी के सामने कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी में कई वर्षो से करीब 300 टीचर्स की कमी है। अस्थायी और गेस्ट शिक्षकों के सहारे काम चलाया जा रहा है। रैंकिंग प्वॉइंट में यह बात भी पीयू के खिलाफ जाती है। उधर, पंजाब यूनिवर्सिटी में विदेशी स्टूडेंट्स को लेकर भी अंक मिल रहे हैं। पीयू में स्टूडेंट्स और फैकल्टी के लिए स्टडी एक्सजेंच प्रोग्राम को भी अभी तक सही तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है। बीते कुछ वर्षो में बेशक पंजाब यूनिवर्सिटी ने कई विदेशी यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किया है लेकिन अभी तक उसके सार्थक रिजल्ट दिखाई नहीं दे रहे है। पीयू का रैंकिंग का बेहतर होना सभी के प्रयासों का नतीजा है। यूनिवर्सिटी इससे और बेहतर कर सकती है। इसके लिए बेहतर प्लानिंग के साथ काम करना होगा। कमजोरियां दूर करनी होंगी।
-दीपक कौशिक, प्रेसीडेंट, पंजाब यूनिवर्सिटी नॉन टीचिंग एसोसिएशन चंडीगढ़। यह पूरे कैंपस के लिए खुशी की बात है। जिन क्षेत्रों में कम प्वाइंट मिले हैं, उस तरफ अधिक ध्यान देने की जरूरत है। स्टॉफ, टीचर और नॉन टीचिंग स्टाफ को ढेरों बधाई।
-प्रो. राजेश गिल, प्रेसीडेंट पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन। पीयू देश ही नहीं दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में गिनी जाती है। कई चैलेंज सामने होते हुए भी यूनिवर्सिटी ने क्यूएस रैंकिंग में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके लिए मैं सभी स्टूडेंट्स, टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ को बधाई देता हूं। उम्मीद है अगली बार हम और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
प्रो. राजकुमार, कुलपति पंजाब यूनिवर्सिटी।