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पीयू में लाइब्रेरी असिस्टेंट की स्क्रीनिग रद करने पर कुलपति दफ्तर के सामने हंगामा

पंजाब यूनिवर्सिटी और रीजनल सेंटर के विभागों में कई वर्षों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे लाइब्रेरी असिस्टेंट के साथ मंगलवार को प्रशासन ने बड़ा धोखा कर डाला। पीयू प्रशासन ने 28 लाइब्रेरी असिस्टेंट को असिस्टेंट लाइब्रेरियन पद पर प्रमोशन के लिए स्क्रीनिग कमेटी के सामने पेश होने के लिए निर्देश दिए थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 08:04 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jan 2022 08:04 PM (IST)
पीयू में लाइब्रेरी असिस्टेंट की स्क्रीनिग रद करने पर कुलपति दफ्तर के सामने हंगामा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

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पंजाब यूनिवर्सिटी और रीजनल सेंटर के विभागों में कई वर्षों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे लाइब्रेरी असिस्टेंट के साथ मंगलवार को प्रशासन ने बड़ा धोखा कर डाला। पीयू प्रशासन ने 28 लाइब्रेरी असिस्टेंट को असिस्टेंट लाइब्रेरियन पद पर प्रमोशन के लिए स्क्रीनिग कमेटी के सामने पेश होने के लिए निर्देश दिए थे। पीयू और रीजनल सेंटर के सभी कैंडीडेट्स निर्धारित समय पर पहुंच गए। डीयूआइ को छोड़ इंटरव्यू लेने के लिए कमेटी के अन्य सदस्य समय पर पहुंच गए। लेकिन सभी सदस्यों को तीन बजे से पांच मिनट पहले स्क्रीनिग शेड्यूल कैंसिल करने की जानकारी दे दी गई। प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ सभी सदस्य सड़क पर उतर आए। कुलपति दफ्तर के सामने प्रमोशन की चाह में पहुंचे लाइब्रेरी असिस्टेंट ने जमकर नारेबाजी की। इंटरव्यू देने पहुंची एक कैंडीडेट ने बताया कि सभी योग्य उम्मीदवार कई वर्षों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं,बीते जुलाई में भी स्क्रीनिग के लिए शेड्यूल तैयार किया गया था, लेकिन बाद में उसे रद्द कर दिया गया।

एक अन्य कैंडीडेट ने बताया कि इंटरव्यू कमेटी के सभी सदस्य निर्धारित समय पर पहुंच गए, लेकिन डीयूआइ की ओर से आफलाइन स्क्रीनिग से मना कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कर्मचारियों को बेवजह तंग करने के लिए किया जा रहा है। स्क्रीनिग के लिए शार्टलिस्ट कुछ कैंडीडेट्स पंजाब स्थित रीजनल सेंटर से भी पहुंचे थे। सभी कर्मचारियों ने एकजुट होकर पीयू प्रशासन के खिलाफ करीब एक घंटे तक जमकर नारेबाजी की।

उधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी नान टीचिग एसोसिएशन (पुसा) प्रेसिडेंट हन्नी ठाकुर भी पहुंच गए। ठाकुर ने आरोप लगाया कि डीयूआइ की ओर से शुरू से ही नान टीचिग कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्क्रीनिग को जानबूझ कर रद्द किया गया है। सीनेट में भी उठा था प्रमोशन का मुद्दा

पंजाब यूनिवर्सिटी के नान टीचिग कर्मचारी मौजूदा डीयूआइ की कार्यप्रणाली से खुश नहीं है। आठ जनवरी को हुई सीनेट बैठक में पुसा प्रेसिडेंट ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। ठाकुर ने आरोप लगाया कि नान टीचिग कर्मचारियों से जुड़ी फाइलों को साल भर से जानबूझकर रोक दिया जाता है। सीनेट में लाइब्रेरी असिस्टेंट की प्रमोशन के मामले को पुसा प्रेसिडेंट,सीनेटर डीपीएस रंधावा ने भी प्रमुखता से उठाया था। उधर मामले में पुटा प्रेसिडेंट मृत्युंजय कुमार ने कहा कि इस तरह से स्क्रीनिग शेड्यूल रद्द करना कर्मचारियों के साथ अन्याय है। पुटा इसकी कड़ी निदा करता है, जल्द प्रशासन से मामले में कार्रवाई के लिए अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। लाइब्रेरी असिस्टेंट प्रमोशन को लेकर मंगलवार तिथि तय की गई थी। कुछ देर पहले इंटरव्यू शेड्यूल कैंसिल करना बहुत ही गलत और तानाशाही फैसला है। जल्द इसपर कार्रवाई नहीं हुई तो हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।

- हनी ठाकुर, पुसा प्रेसिडेंट पंजाब यूनिवर्सिटी।


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