पार्षद देखकर नहीं, दिक्कतें देखकर तैयार होंगे प्रस्ताव : मेयर
पार्षदों के वार्ड से जुड़े विकास के प्रस्ताव तैयार करने में कोई भेदभाव नहीं बरता जाए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम की नवनियुक्त मेयर राजबाला मलिक ने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि पार्षदों के वार्ड से जुड़े विकास के प्रस्ताव तैयार करने में कोई भेदभाव नहीं बरता जाए। चाहे कोई भाजपा का पार्षद हो या कांग्रेस का। हर किसी के वार्ड की समस्या और लोगों की मांग के अनुसार विकास के प्रस्ताव तैयार करके सदन में लाए जाएं। मेयर राजबाला मलिक का कहना है कि जब वह साल 2012 में महापौर बनी थी तब भी कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया था और अब भी ऐसा ही किया जाएगा। पहले आओ पहले पाओ की नीति पर प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। बबला भी आए बधाई देने
सोमवार को मेयर राजबाला मलिक को नगर निगम में बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला भी मेयर राजबाला मलिक को बधाई देने के लिए आए। मालूम हो कि इससे पहले कांग्रेस पार्षद यह आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा के मेयर उनके वार्ड के विकास के प्रस्ताव तैयार करवाने में देरी करते हैं। मेयर की मंजूरी से ही प्रस्ताव सदन में पास होने के लिए आते हैं। 21 को होगी पहली सदन की बैठक
मेयर राजबाला मलिक ने पहली सदन की बैठक 21 जनवरी को बुलानी तय कर ली है। इस दिन वित्त एवं अनुबंध कमेटी के पांच सदस्यों का चुनाव भी होगा। इस बैठक में भी कई प्रस्ताव पास करवाने के लिए लाए जा रहे हैं।
मेयर ऑफिस में किया बदलाव
मलिक ने अपने ऑफिस में बदलाव किया है। अपने कमरे को छोटा करते हुए पीछे रेस्ट रूम में जाने के लिए एक अतिरिक्त लकड़ी की दीवार बना दी है। रेस्ट रूम में कई बार मेयर अधिकारियों के साथ बैठक भी करते रहे हैं।