मोहाली के लोगों को लिए लाइफलाइन साबित होंगे ये चार प्रोजेक्ट, इस साल के अंत तक हो जाएंगे पूरे
जिला मोहाली को इस साल से पहले चार अहम प्रोजेक्ट मिल जाएंगे। यह चारों प्रोजेक्ट लोगों के लिए लाइफलाइन के रूप में काम करेंगे। पंजाब विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खुद इन प्रोजेक्टों को लोगों को समर्पित कर सकते हैं।
रोहित कुमार, मोहाली। जिला मोहाली को इस साल से पहले चार अहम प्रोजेक्ट मिल जाएंगे। यह चारों प्रोजेक्ट लोगों के लिए लाइफलाइन के रूप में काम करेंगे। इनमें कजौली से मिलने वाले पानी से लेकर टाटा कैंसर अस्पताल का प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसके अलावा सीवरेज लाइन और मेडिकल कॉलेज का प्रोजेक्ट है। इन चारों प्रोजेक्टों का काम पूरे जोरों से चल रहा है।
पंजाब विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खुद इन प्रोजेक्टों को लोगों को समर्पित कर सकते हैं। करीब एक दशक के बाद कजौली वाटर वर्क्स से मिलने वाले 20 मेगा गेलन डेली (एमजीडी) लोगों को मिलना शुरू हो जाएगा। 30 नवंबर तक प्रोजेक्ट का काम पूरा होगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से खरड़ और कुराली को भी 6 एमजीडी नहरी पानी मिलेगा। 200 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। 85 फीसद से ज्यादा काम पूरा होगा। शहर में इस समय 32 एमजीडी पानी की जरूरत है, लेकिन शहर को अभी तक केवल 20 एमजीडी पानी ही मिल पा रहा है। इसमें 10 एमजीडी पानी कजौली वाटर वर्क्स से मिलता है। जबकि 10 एमजीडी पानी 76 ट्यूबवेलों से मिल रहा है। लेकिन 12 एमजीडी की कमी है, जोकि आने वाले समय में दूर हो जाएगी।
कैंसर अस्पताल का काम आखिरी चरण पर
कैंसर अस्पताल का तोहफा भी मोहाली जिले को इस साल ही मिलेगा। न्यू चंडीगढ़ स्थित मेडिसिटी में बन रहे होमी भाभा कैंसर अस्पताल का काम आखिरी चरण में यह है। इसका साल 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नींव पत्थर रखा था। यह प्रोजेक्ट करीब आठ साल से लटक रहा था। हालांकि यह 300 बेड का अस्पताल टर्शरी केयर सेंटर के रूप में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तरी भारत को सेहत सुविधाएं मुहैया करवाएगा। डीसी ने बताया कि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई का उद्यम है। इसमें एटोमिक एनर्जी विभाग भी सहयोग कर रहा है। यह करीब 663.74 करोड़ रुपये की लागत से 40,545 वर्ग जगह में बनाया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने 50 एकड़ जगह मुफ्त दी थी।
46 साल पुरानी सीवरेज लाइन से मिलेगी मुक्ति
वीआईपी शहर करीब 46 साल पहले बसा था। उस समय शहर में जो सीवरेज लाइनलाइन डाली गई थी। वह पूरी तरह से खस्ताहाल हो गई थी। आए दिन लाइन धंस रही थी। जबकि लाइन की सफाई करने में भी काफी दिक्कत आ रही थी। ऐसे में साल 2015 में नगर निगम की हाउस की बैठक में सीवरेज लाइन बदलने का प्रस्ताव पास हुआ था। इस प्रोजेक्ट पर निगम, केंद्र और पंजाब सरकार ने मिलकर काम करना था। पिछले निगम चुनाव से ठीक पहले 2019 के आखिर में लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था। 9 किलोमीटर लंबी लाइन 21 करोड़ की लागत से बिछाई जा रही है। जिसे बिछाने का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही इसे लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज भी इसी साल होगा शुरू
फेज-6 स्थित डॉ. बीआर आंबेडकर स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज 9 साल के इंतजार के बाद इसी साल से शुरू होगा। नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से कॉलेज को मंजूरी दे दी गई है। इस संस्थान में एमबीबीएस की 100 सीटें रहेगी। संस्थान में बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज फरीदकोट के अधीन लगातार कक्षाएं चलेंगी।