देरी के कारण 6 करोड़ तक बढ़ गई स्टार्म वाटर प्रोजेक्ट की लागत
जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के पुराने हो चुके स्टार्म वाटर और सीवर वाटर सिस्टम को
जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के पुराने हो चुके स्टार्म वाटर और सीवर वाटर सिस्टम को बदलने के लिए निगम द्वारा तैयार 133 करोड़ का प्रोजेक्ट लटकता नजर आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से 133 करोड़ रुपये देने से मना कर दिया गया है। इस काम को ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) से करवाने का सुझाव भी दिया गया है। ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले इस प्रोजेक्ट को लेकर विधायक बलबीर सिंह सिद्धू लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पास फंड मागने के लिए गए थे। लेकिन अब प्रोजेक्ट को लेकर गेंद गमाडा के पाले में है। अगर फिर से 21 अगस्त जैसी बरसात होती है और प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं होता तो पहले से भी खराब हालात हो सकते हैं।
पूर्व अकाली सरकार को भेजा गया था प्रोजेक्ट
पंजाब की पूर्व अकाली सरकार के दौरान शहर की पुरानी हो चुकी सीवर स्टार्म वाटर लाइन को दोबारा तैयार करने का प्रोजेक्ट 59 करोड़ का बनाया गया था। मेयर कुलवंत सिह की ओर से तैयार कर इस प्रोजेक्ट को अकाली सरकार को भेजा गया था। इस प्रोजेक्ट पर ऐतराज लगा कि इसे निगम एरिया तक सीमित न रखा जाए बल्कि पूरे शहर के लिए बनाया जाए। यह एडवाइज लोकल बॉडीज विभाग की एक्सपर्ट कमेटी ने दी थी। इसके बाद गमाडा के सेक्टरों को भी इसमें शामिल कर 127 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया। अब जब विधायक सिद्धू प्रोजेक्ट को मंत्री के पास लेकर गए तो यह करीब 133 करोड़ का हो चुका है।
हाउस बैठक में उठा मुद्दा
नगर निगम की हाउस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा 133 करोड़ के प्रोजेक्ट को लेकर पैसे देने से इन्कार करने का मामला अकाली दल के शहरी अध्यक्ष एवं पार्षद परमजीत सिंह काहलों ने उठाया था। गमाडा तो पैसे खर्च ही करता है, सरकार को भी शहर के लिए राशि देनी चाहिए। इस पर काग्रेसी नेता एवं सीनियर डिप्टी मेयर ऋषभ जैन ने कहा कि गमाडा को पैसे देने के लिए कहा है। विधायक सिद्धू इस मामले को लेकर गए थे और वे शहर के लिए हर हाल में पैसे लेकर आएंगे। मेयर कुलवंत सिंह ने कहा कि विधायक जिम्मेदारी से बात कर रहे हैं, उसे गंभीरता से लेना चाहिए।
गमाडा ने कहा : पहले ही है कर्जा
गमाडा शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को देखता है, इसलिए गमाडा को ही इस पर खर्च करना चाहिए। सूत्रों के अनुसार वहा मौजूद पूडा के सीए रवि भगत ने कहा कि गमाडा पहले ही कर्ज में डूबा हुआ है, इसलिए इस प्रोजेक्ट पर इतना बड़ा खर्च करना असंभव है। हालाकि फंड के लिए काम किया जा रहा है।
गमाडा की ओर से शहर के सीवर सिस्टम स्टार्म वाटर सिस्टम को दोबारा तैयार करने के लिए पैसे दिए जाएंगे। पैसे देने से इन्कार करने वाली कोई बात नहीं है। शहर के विकास को लेकर सरकार पूरी तरह से वचनबद्ध है।
-बलबीर सिंह सिद्धू, विधायक, मोहाली