चंडीगढ़ में गांधी स्मारक भवन सेक्टर-16 में जल दिवस पर करवाया कार्यक्रम, पानी बचाने को लेकर किया जागरूक
विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य पर गांधी स्मारक भवन सेक्टर-16 में विशेष कार्यक्रम का अयोजन किया गया। डॉ. एमपी डोगरा ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग हो रही है जिसके चलते कभी बाढ़ आ रही है तो कहीं पर सूखा पड़ रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। जल है तो कल है, बिना जल के न तो जीवन संभव है और न ही कल्पना। इसी प्रकार के संदेश के साथ विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य पर गांधी स्मारक भवन सेक्टर-16 में विशेष कार्यक्रम का अयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर आईईसी इम्पेक्ट ऑर्गेनाइजेशन के फाउंडर अमनदीप सिंह मौजूद रहे। इस मौके पर अमनदीप सिंह ने कहा कि आज हमारी आबादी तेजी से बढ़ रही है। आबादी बढ़ रही है लेकिन उसके जीने के लिए जरूरी तत्वों की तरफ हम ध्यान नहीं दे रहे। बिना पानी के इंसान तो क्या जानवर और पेड़-पौधे भी जिंदा नहीं रह सकते। हमें बेहतर कल के निर्माण करने के लिए आज पानी को बचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज के समय में हम खुद को बड़ा दिखाने या फिर खुद की खुशी के लिए पानी बी बर्बादी करते है और एक भी बार पानी को बर्बाद करने के परिणाम के बारे में नहीं सोचते।
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वहीं कार्यक्रम में मौजूद डॉ. एमपी डोगरा ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग हो रही है जिसके चलते कभी बाढ़ आ रही है तो कहीं पर सूखा पड़ रहा है। विभिन्न प्रकार की परेशानियों के बीच पानी बड़ी परेशानी बनकर सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि पानी की बर्बादी को रोका नहीं गया तो हमें आने वाले कल के लिए सबसे बड़ी लड़ाई पानी के लिए करनी होगी। वहीं गांधी स्मारक भवन सेक्टर-16 के डायरेक्टर देवराज त्यागी ने कहा कि हम नहाने के लिए बाल्टी के स्थान पर शॉवर का इस्तेमाल करते है। एक से दो कपड़े धोने के लिए हम वांशिग मशीन का उपयोग करते है। वह उपयाेग हमारे शरीर को तो राहत देता है लेकिन पानी की बर्बादी को बढ़ाता है। हमेशा कम से कम पानी का इस्तेमाल करते हुए हमेशा काम को पूरा करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आज पानी को बचाने के लिए अनेक प्रकार के अभियान चल रहे है।
वेल्यूइंग वाटर रहेगा हमारा मोटो
अमनदीप सिंह ने कहा कि पानी को बचाव के लिए इस बार का थीम वेल्यूइंग वाटर रखा गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पानी के महत्व को समझें और बचाने की दिशा में काम करें। पानी का बचाव साफ हवा के बराबर करने की जरूरत है तभी हम आने वाले कल को बेहतर बना सकते है।
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