चंडीगढ़ में मार्शल आर्ट्स अकादमियों को खोलने का खाका तैयार, अभी सिर्फ एक्सरसाइज की मिलेगी अनुमति
अभी अकादमियां खिलाड़ियों को मार्शल आर्ट्स का अभ्यास नहीं करवा सकेंगी क्योंकि इसमें शरीरिक दूरी को कायम नहीं रखा जा सकता है।
चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने मार्शल आर्ट्स अकादमियों को खोलने का खाका तैयार कर लिया है। यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के जिला खेल अधिकारी रविंद्र सिंह लाडी ने बताया कि मार्शल अकादमियों को खोलने की अनुमति इसी हफ्ते मिल जाएगी। अभी मार्शल आर्ट्स की कोचिंग देने वाली अकादमियों को सिर्फ फिटनेस संबंधी एक्सरसाइज कराने की अनुमति दी जाएगी। यह अकादमियां खिलाड़ियों को मार्शल आर्ट्स का अभ्यास नहीं करवा सकती हैं, क्योंकि इसमें शरीरिक दूरी को कायम नहीं रखा जा सकता है। इसके अलावा 10 साल से छोटे खिलाड़ियों को अभी अकादमियों में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अकादमी संचालकों को रोज अपने कार्यस्थल को सेनिटाइज करवाना होगा।
छह महीने से बंद पड़ी हैं तमाम अकादमियां
मनीमाजरा स्थित द मलिक ताइक्वांडो अकादमी के कोच प्रदीप मलिक ने बताया कि पिछले छह महीने से अकादमी पूरी तरह से बंद है। पूरे चंडीगढ़ में करीब 20 से ज्यादा मार्शल आर्ट्स की अकादमियां हैं। हम अपनी अकादमी की बात करें तो हर महीने अकादमी चलाने का खर्च पचास हजार के करीब आता है। ऐसे में हम कर्जदार हो गए हैं। अभी प्रशासन अकादमी को खोलने की अनुमति दे भी देगा, तो भी हमारा काम पटरी पर लौटने में अभी छह महीने और लगेंगे। राहत की बात यह है कि प्रशासन ने हमें अकादमियों को खोलने की अनुमति देने की सोची है। कम से कम हम अपने काम में तो लगेंगे, नहीं हमें बेरोजगार होने का अहसास हो रहा था।
खिलाड़ी बोले फिटनेस के लिए कोचिंग सेंटर जाना जरूरी
ताइक्वांडो खिलाड़ी भव्या पठानियां ने बताया कि वह खेल में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं। सालों से वह प्रेक्टिस कर रही हैं। पिछले छह महीनों से कोचिंग सेंटर बंद है। ऐसे में उनका शेड्यूल पूरी तरह से बिगड़ चुका है, अभी कोरोना की दवाई कब तक आएगी, इसका कोई पता नहीं है। ऐसे में अगर अकादमी फिटनेस एक्सरसाइज के लिए ही शुरू हो जाती है तो भी खिलाड़ी अपनी लय में आएंगे।
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