HDFC बैंक के एमडी, नॉर्थ इंडिया हेड और क्लस्टर हेड को समन की तैयारी Chandigarh News
दो पूर्व जस्टिस उनके रिश्तेदार और पारिवारिक दोस्त सहित 11 लोगों से कुल छह करोड़ 60 लाख 75 हजार रुपये की ठगी मामले में यूटी पुलिस ने समन भेजने की तैयारी कर ली है।
चंडीगढ़, जेएनएन। मुनाफा दिलाने के नाम पर दो पूर्व जस्टिस, उनके रिश्तेदाराें और पारिवारिक दोस्त सहित 11 लोगों से छह करोड़ 60 लाख 75 हजार रुपये की ठगी मामले में यूटी पुलिस ने एचडीएफसी बैंक के एमडी, नॉर्थ इंडिया हेड और क्लस्टर हेड संजीव कौशिक को समन जारी करने की तैयारी कर ली है।
HDFC के एमडी आदित्य पुरी, नॉर्थ इंडिया हेड विकास वहल, क्लस्टर हेड संजीव कौशिक, ग्रेट कैलाश-1 नई दिल्ली के ब्रांच मैनेजर विकास टूटेजा, ब्रांच मैनेजर ऋषि नंदा, सीनियर मैनेजर सौरव घोष, उसकी पत्नी मुनमुन घोष, बैंक कर्मचारी एंटोनी एल्फर्ड रोड्रिक्स, नरेश कुमार, सिद्धार्थ, Hdfc Life के कर्मचारी मोहम्मद वसीम और इस्तेहाक अहमद के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है।
पुलिस ने शुरूआती जांच के बाद सौरव घोष समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-27 निवासी कुलदीप सिंह ग्रेवाल ने शिकायत में बताया कि आरोपितों ने उनके अलावा रिश्तेदार और उनके पारिवारिक दोस्तों के साथ कुल छह करोड़ 60 लाख 75 हजार रुपये की ठगी की है, जिसमें उनके अलावा उनके दामाद रणदीप मान, दामाद की मां कौशल्या मान, दोस्त अर्जुन मान, रिश्तेदार जसकिरण मान, समधी जस्टिस रंजीत सिंह, अर्जुन के शूटिंग कोच इन्नियो फेल्को, कजन मनविंदर, रिश्तेदार हरचरण सिंह चीमा, बेटी की सहेली सतजीत कौर बावा, जस्टिस एचएस बेदी और दोस्त कनक सिंह का नाम शामिल हैं।
ऐसे की ठगी
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपित तत्कालीन सीनियर मैनेजर सौरव घोष ने एचडीएफसी बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर ज्वाइन कर हाई नेट वर्थ अकाउंट हेंडल करता था। यह अकाउंट होल्डर को मिलकर उनका बैंक में इम्पीरिया अकाउंट खोलने का काम था। सौरव ने उससे मुलाकात करने के बाद मुनाफे का झांसा देकर 17 सितंबर 2015 को उनके तीन बैंक में चल रहे एफडी को बंद करवाकर नई दिल्ली ग्रेटर कैलाश-1 में 44 लाख रुपये से अकाउंट खुलवा सात लाख दोबारा जमा करवा दिया।
इसके बाद बिना उनकी अनुमति अकाउंट से कुल 52.50 लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। चेक बाउंस में एक साल की सजा होने के बावजूद सौरव घोष को सीनियर मैनेजर की पोस्ट पर रखने की वजह से शिकायतकर्ता कुलदीप सिंह ने बैंक के एमडी सहित अन्य पर भी सवाल खड़े किए है।