रणजी के लिए प्रशांत चोपड़ा तैयार, हिमाचल टीम के कप्तान चंडीगढ़ में कर रहे प्रेक्टिस, जमा चुके हैं तीहरा शतक
प्रशांत ने रणजी ट्रॉफी में हिमाचल की तरफ से खेलते हुए तीहरा शतक (338) भी लगाया है और ऐसा करने वाले वे पहले हिमाचल टीम के बल्लेबाज हैं। उन्होंने यह तीहरा शतक पंजाब के खिलाफ रणजी मैच में अपने जन्मदिन पर लगाया था।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की ओर से रणजी मुकाबलों का शेड्यूल जारी कर दिया है। वहीं रणजी के रण के लिए हिमाचल प्रदेश रणजी टीम के कप्तान प्रशांत चोपड़ा पूरी तरह से तैयार है। प्रशांत वैसे तो हिमाचल टीम के कप्तान हैं लेकिन वह चंडीगढ़ में पिता व सीनियर क्रिकेट कोच शिव कुमार चोपड़ा के साथ रह रहे हैं और यहीं प्रेक्टिस कर रहे हैं।
सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम के ट्रेनी रहे प्रशांत चोपड़ा का इस समय पूरा फोकस रणजी पर है। कप्तान और बल्लेबाज के रूप में प्रशांत ने अपने आपको साबित किया है और इस बार भी हिमाचल प्रदेश टीम को प्रशांत चोपड़ा से वैसी ही बल्लेबाजी की उम्मीद है। प्रशांत शानदार फार्म में चल रहे हैं और उन्होंने हाल ही जेपी अत्रे मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट में भी शानदार बल्लेबाजी की थी, जिसके दम पर हिमाचल ने ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
तीन से चार घंटे करते हैं नेट प्रेक्टिस
प्रशांत ने कहा कि उनका पहला लक्ष्य खुद को मानसिक रूप से पूरी तरह से फिट रखना। उन्हाेंने कहा कि रणजी जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ी को मानसिक तौर पर मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए प्रशांत अलग से सत्र लगा रहे हैं। इसके अलावा वह फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान दे रहे हैं। प्रशांत सुबह और शाम रोजाना तीन से चार घंटे नेट पर पसीना बहा रहे हैं।
पिता की मदद से किया जा रहा कमजोर पक्ष को मजबूत
प्रशांत ने कहा कि रणजी मुकाबलों के लिए लगभग तीन महीने का समय रह गया है। ऐसे में जितनी ज्यादा प्रेक्टिस करने का मौका मिलेगा वही तैयारी होगी। इसके अलावा जो कमजोर पक्ष है प्रेक्टिस सत्र में उसे मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। इस कार्य में उनके पिता शिवकुमार चोपड़ा उनकी मदद कर रहे हैं। शिव कुमार स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) से बतौर सीनियर क्रिकेट कोच रिटायर हुए हैं।
प्रशांत जमा चुके हैं तीहरा शतक
प्रशांत ने रणजी ट्रॉफी में हिमाचल की तरफ से खेलते हुए तीहरा शतक (338) भी लगाया है और ऐसा करने वाले वे पहले हिमाचल टीम के बल्लेबाज हैं। उन्होंने यह तीहरा शतक पंजाब के खिलाफ रणजी मैच में अपने जन्मदिन पर लगाया था। क्रिकेट के इतिहास में अपने जन्मदिन पर तीहरा शतक पूरा करने वाले वे दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले ये कीर्तिमान सिर्फ कॉलिन कॉड्री (1962) और रमन लांबा (1995) ने कर दिखाया था। इस पारी को पूरा करने के लिए उन्होंने 363 गेंदें खेली और 94.11 की औसत तीहरा शतक पूरा किया था। इस पारी में उनके बल्ले से 44 चौके और 2 छक्के निकले थे।