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सिद्धू का कैप्‍टन कैबिनेट में खुला विरोध, खतरे में मंत्री पद, मंत्री बोले- यह कपिल शर्मा का शो नहीं

नवजो‍त सिंह सिद्धू के सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बारे में बयान पर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। तीन मंत्रियों ने सिद्धू के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 01 Dec 2018 02:49 PM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 08:53 PM (IST)
सिद्धू का कैप्‍टन कैबिनेट में खुला विरोध, खतरे में मंत्री पद, मंत्री बोले- यह कपिल शर्मा का शो नहीं
सिद्धू का कैप्‍टन कैबिनेट में खुला विरोध, खतरे में मंत्री पद, मंत्री बोले- यह कपिल शर्मा का शो नहीं

जेएनएन, चंडीगढ़। नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर पंजाब की राजनीति में उबाल आ गया है। सिद्धू के पाकिस्‍तान दौरे के बाद उनके बयान पर प्रदेश कांग्रेस में ही असंतोष व विरोध खुलकर सामने अा गया है। पंजाब कैबिनेट के उनके तीन सहयोगी मंत्रियों आैर उनकी पार्टी के एक सांसद ने खुलकर सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल है। बताया जाता है कि पाकिस्‍तान दौरे को लेकर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी पर सिद्धू की टिप्‍पणी से कई अन्‍य मंत्रियों में भी नाराजगी है। कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया व साधू सिंह धर्मसोत ने मंत्रिमंडल से सिद्धू के इस्‍तीफे की मांग की है। वरिष्‍ठ मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने तो यहां तक कह दिया कि सिद्धू को समझना चाहिए कि ये कपिल शर्मा का शो नहीं है। दूसरी ओर, विपक्षी नेताओं ने भी सिद्धू पर निशाना साधा है।

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अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी सिद्धू पर निशाना साधा है। बाजवा ने साफ कहा, 'सिद्धू अगर अमरिंदर सिंह को कैप्टन नहीं मानते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अन्‍यथा वह कैप्टन अमरिंदर सिंह से माफी मांगें और स्वीकार करें कि उनसे गलती से ऐसा मुंह से निकल गया था।'

ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा, 'राहुल गांधी तो सभी के कैप्टन हैं, लेकिन जिस लहजे में सिद्धू बात कर रहे हैं, वह अच्छी बात नहीं है। पंजाब में तो अमरिंदर सिंह को ही कैप्टन मानना पड़ेगा और यदि वह ऐसा नहीं समझते तो उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह कैबिनेट से इस्तीफा दे दें और वहीं डयूटी करें जहां राहुल गांधी उन्हें लगाना चाहते हैं।' तीन कैबिनेट मंत्रियों द्वारा मोर्चा खोलने से सिद्धू की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। यह मामला कैबिनेट की बैठक में उठ सकता है और सिद्धू के इस्‍तीफे की मांग उठ सकती है।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्‍तान दौरे जाने से कैप्‍टन कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के मना करने के संबंध में पूछे जाने पर कहा था, ' राहुल गांधी मेरे कैप्टेन हैं।' इस बयान के बार पंजाब सरकार के कुछ मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में यह मामला सोमवार को होनेवाली कैबिनेट की बैठक में उठ  सकता है।

बताया तो यह भी जा रहा है कि बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्‍तीफे की मांग भी उठ सकती है। इससे पहले सिद्धू के पाकिस्‍तान दौरे पर जाने के बारे में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के रुख को राज्‍य के वरिष्‍ठ मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा सहित कई नेताओं ने समर्थन किया था।

पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्‍त राजिंदर सिंह बाजवा ने सिद्धू के बयान पर खुलकर नाराजगी जताई है। तृप्‍त राजिंदर ने सिद्धू को संबोधित करते हुए कहा, ' प्रिय सिद्धू साहिब, मैंने बार-बार आपकी वीडियो क्लिप देखी है जिसमें आप कह रहे हैं कि राहुल गांधी आपका कप्तान हैं और कप्तान अमरिंदर सिंह आपके पिता हैं। यह सच है कि राहुल गांधी कप्तान अमरिंदर सिंह समेत देश के सभी कांग्रेसकर्मियों के कप्तान हैं, लेकिन साथ ही कप्तान अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस के निर्विवाद नेता हैं। आपकी मुद्रा और शरीर की भाषा बहुत ही हानिकारक और घृणास्पद है, जबकि स्वर कैप्टन अमरिंदर सिंह के अपमान का संकेत देता है।'

तृप्‍त राजिंदर ने  आगे कहा, 'यदि आप कप्तान अमरिंदर सिंह को अपने नेता के रूप में नहीं मानते हैं, तो आपके कैबिनेट के सदस्य के रूप में जारी रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सिद्धू साहिब, आपके पास बहुत सपने हैं। यह मेरा विनम्र सुझाव है कि आपको कम बात करनी चाहिए और यह मंत्र आपके अंतिम राजनीतिक लक्ष्य की प्राप्ति में सुविधा प्रदान करेगा। सार्वजनिक बातचीत के दौरान हाइपरबॉलिक शैली आपके करियर के लिए समस्याएं पैदा कर सकती है। यह मेरा विनम्र सुझाव है लेकिन यह आपके लिए अपने विवेक पर निर्भर करता है।'

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सिद्धू का लहजा ठीक नहीं: सरकारिया

सिंचाई मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया ने कहा कि तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने सिद्धू के इस्तीफे की जो मांग की है वह ठीक है। कैप्टन को टीम का कैप्टन मानना न मानना उनका निजी विचार हो सकता है, लेकिन जिस लहजे में उन्होंने यह कहा है, वह ठीक नहीं है।

यह कपिल शर्मा का शो नहीं : धर्मसोत

वन मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने सिद्धू से कहा कि यह कपिल शर्मा का शो नहीं है। वह शो में जो मर्जी बोलें। शो चलाना और बात है, देश और पार्टी चलाना अलग बात है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ही टीम के कैप्टन हैं।

पार्टी अध्यक्ष व प्रभारी तय करेंगे सजा: औजला

कांग्रेस सांसद गुरजीत ङ्क्षसह औजला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हम सभी के कैप्टन हैं। सिद्धू ने जो कहा वह गलत है। किसने क्या कहा और इसकी क्या सजा देनी है, इसका फैसला पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ व पार्टी प्रभारी आशा कुमारी करेंगे।

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अब बयान से पलटे गुरु, बोले- राहुल के कहने पर नहीं इमरान के बुलावे पर गया था

बढ़ते विवाद को देखते हुए नवजोत सिंह सिद्धू अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'राहुल गांधी जी ने मुझे कभी पाकिस्तान जाने के लिए नहीं कहा था। इसलिए आप अपने तथ्यों को ठीक कर लें। पूरी दुनिया जानती है कि मैं प्रधानमंत्री इमरान खान के निजी आमंत्रण पर गया था।'

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कैप्टन जानें या सिद्धू, लेकिन यह अफसोसजनक: प्रताप बाजवा

राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि इस विवाद के बारे में कैप्टन जानें या सिद्धू। या फिर सीएम के करीबी कैबनिट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, लेकिन यह सब अफसोसजनक है। नेताओं को ऐसे व्यवहार से परहेज करना चाहिए।

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केंद्रीय मंत्री सांपला ने भी सिद्धू पर साधा निशाना

दूसरी ओर, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने भी नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस में मौजूद कुछ देशविरोधी ताकतों पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के सबंध और उनके साथ मिलकर करती हैं। यह बात नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान जा कर सिद्ध किया है। सिद्धू किसी तरह पंजाब में  सत्ता हासिल करना चाहते हैं। उनके लिए देश कुछ भी नहीं है। सांपला ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान के साथ मिलकर भाजपा सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं।

मजीठिया ने भी किया सिद्धू पर हमला 

शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी जालंधर में नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर हमला किया। मजीठिया ने कहा, सिद्धू ने तो  कैप्टन अमरिंदर सिंह को नेतृत्‍व को ही नकार दिया है और एक तरह से खुद के लिए मुख्यमंत्री मानने से इनकार कर दिया है। इससे सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस सरकार किसी भी ट्रैक पर नहीं है। इस सरकार के मंत्री को ही जब अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं कर रहा है तो सरकार के बारे में क्‍या कहा जा सकता है।

उन्होंने पंजाब में आतंकवाद के मुद्दे को लेकर कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। आतंकी लगातार पकड़े जा रहे हैं और पंजाब में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पुराना दौर वापस लौट रहा है। इस काले दौर से दोबारा पंजाब को बाहर निकाल पाना बहुत मुश्किल होगा। सभी पंजाबियों कोई इस बात को लेकर सजग हो जाना चाहिए ताकि दोबारा पंजाब को काले दौर में नहीं जाने देना है।


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