लापरवाही पर गाज की जगह पुलिस अधिकारी डाल रहे पर्दा, एक सप्ताह के बाद भी निर्देश पर ही अटकी जांच
एक सप्ताह पहले घायल दिव्यांग को जीएमसीएच-32 छोड़ने की जगह पीसीआर टीम के मुलाजिमों ने चौक पर छोड़ दिया था।
चंडीगढ़, कुलदीप शुक्ला। हल्लोमाजारा में घायल दिव्यांग को जीएमसीएच-32 छोड़ने की जगह चौक पर छोड़ने की लापरवाही में अपने मुलाजिमों के खिलाफ जांच आला अधिकारी आगे नहीं बढ़ा पा रहे है। एक सप्ताह बीतने के बावजूद पुलिस की जांच पहले दिन दिए निर्देश पर ही अटकी हुई है। हैरानी की बात है कि पीसीआर, ड्यूटी पर तैनात मुलाजिम, कंट्रोल रुम की कॉल और मौजूद लोगों के बयान रिकार्ड होने के बावजूद पुलिस को जांच में इतना समय लग रहा है। लापरवाही पर गाज की जगह पुलिस विभाग के अधिकारियों ने सिर्फ जांच का पर्दा डाल रखा है।
क्या मुलाजिमों की लापरवाही से होने वाली किरकिरी से बचने के लिए अधिकारियों ने जांच के तुरंत आदेश दे दिए थे। डीएसपी पीसीआर गुरमुख सिंह के अनुसार जांच जारी है। ड्यूटी पर गलती मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की जाएगी। बता दे कि हल्लोमाजरा में एक दिव्यांग युवक के पैर से खून निकल रहा था। उसके घाव में कीड़े भी दिख रहे थे। इसकी जानकारी पब्लिक ने पुलिस कंट्रोल रुम में देकर दिव्यांग को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस से मदद मांगी थी। पहली बार में आनाकानी करने वाली पीसीआर करीब दो घंटे बाद दिव्यांग को अस्पताल लेकर निकली। लेकिन उसे अस्पताल की जगह चौक पर ही छोड़ दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद देर शाम पीसीआर विंग के अाला अधिकारी ने जांच के लिए तुरंत इंक्वाइरी मार्क कर दी।
चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शशि शंकर तिवारी ने बताया कि पीड़ित युवक की दिमागी हालत थोड़ी खराब है। उसके माता-पिता नही है और वह हल्लोमाजरा एरिया में ही रहता है। उसके पैर में गहरी चोट लगने की वजह से कीड़े पड़ गए थे। जिसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में देकर अस्पताल पहुंचाने की मांग की गई। मौके पर पहुंची पीसीआर में तैनात मुलाजिमों ने एंबुलेंस बुलाने का हवाला देकर उसे अस्पताल लेकर जाने से मना कर दिया।
लापरवाही के खुलासे के बाद यह आए थे आदेश
हल्लोमाजरा से पीसीआर द्वारा इस तरह की लापरवाही का मामला संज्ञान में आने के बाद तत्काल इंस्पेक्टर के नेतृत्व में जांच के लिए इंक्वाइरी मार्क कर दी है। पीसीआर के एक-एक मुलाजिमों को पब्लिक की इमरजेंसी में मदद के लिए सख्त निर्देश है। कोरोना काल में सभी मुलाजिमों को पीपीइ किट भी दी गई है। कोरोना केस में एंबुलेंस बुलाने की निर्देश है।