प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोटिवेशन ने रचित के सपनों को लगाए पंख, जानें क्या है पूरी कहानी
परेड ने एयरफोर्स में जाने के मेरे सपने को पंख लगा दिए। परेड़ में जाना सिर्फ एक एक्टिविटी नहीं, बल्कि मेरे लिए बहुत बड़ा लक्ष्य था।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर] : दिल्ली में हुई गणतंत्र दिवस परेड ने एयरफोर्स में जाने के मेरे सपने को पंख लगा दिए। परेड़ में जाना सिर्फ एक एक्टिविटी नहीं, बल्कि मेरे लिए बहुत बड़ा लक्ष्य था। यह अनुभव शहर के रचित ने दैनिक जागरण से साझा किए। गणतंत्र दिवस परेड में इस बार चंडीगढ़ डायरेक्ट्रेट से 15 वर्षीय कैडेट रचित भी शामिल हुए थे। रचित सबसे छोटी उम्र के कैडेट थे, जिन्होंने इसमें भाग लिया। परेड के दौरान वे उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ से भी मिले। लक्ष्य हासिल करने के लिए अमीर होने की जरूरत नहीं रचित ने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए गए, तो उन्होंने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए अमीर होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि हमारे अंदर लगन हो। मेहनत करना जानते हों। लक्ष्य पर पहुंचे बिना रुकने का नाम न लें। पीएम के शब्दों ने मुझे एयरफोर्स में जाने के सपने को पंख लगा दिए। वहीं, जब बीएस धनोआ से मिले तो उन्होंने मुझे आगे बढ़ने के लिए कहा। बोले कि मेहनत करो, सभी तुम्हारा साथ देंगे।
गरीब घर से है रचित, सरकारी स्कूल से करते हैं पढ़ाई
रचित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-20बी में नौवीं क्लास के स्टूडेंट हैं। पिताजी शॉप पर सेल्समैन का काम करते हैं, जबकि मां लोगों के घरों में काम करती हैं। पिता की सीख के कारण रचित सबसे छोटी उम्र के एनसीसी एयर ¨वग के कैडेट होने के अलावा ¨सगर और बेहतरीन म्यूजिशियन भी हैं। पंजाब के गवर्नर करेंगे सम्मानित रचित को दिल्ली के गणतंत्र दिवस में भाग लेने के बाद हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सम्मानित कर चुके हैं। इसके बाद जल्द ही उन्हें पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल भी सम्मानित करेंगे।