Chandigarh PGI ने खरीदी ऐसी मशीन जो बिना सांस रोके मात्र एक सेकेंड में करेगी सीटी स्कैन, जानें इसकी खासियतें
PGI Chandigarhः प्रो. संधू ने बताया कि सीटी स्कैन कराते समय मरीजों को अपने दिल की धड़कन को कुछ सेकेंड के लिए रोकना पड़ता है। लेकिन पीजीआइ में इंस्टाल की गई सोमाटोम फोर्स सीटी स्कैन मशीन के जरिए अब मरीजों को बिना सांस रोके अपनी स्कैनिंग करा सकते हैं।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। अब बिना सांस रोके मात्र एक सेकेंड में मरीज का सीटी स्कैन हो जाएगा। पीजीआइ चंडीगढ़ में दुनिया की सबसे पावरफुल और तेज चलने वाली सीटी स्कैन मशीन साेमाटोम फोर्स इंस्टाल की गई है। पीजीआइ चंडीगढ़ के रेडियोडायग्नोसिस विभाग के हेड प्रो. एमएस संधू ने बताया कि ये सीटी स्कैन मशीन अन्य स्कैनिंग मशीन के मुकाबले पांच गुना तक बेहतर परिणाम के साथ कारगार है। प्रो. संधू ने बताया कि अभी सीटी स्कैन कराते समय मरीजों को अपने दिल की धड़कन को कुछ सेकेंड के लिए रोकना पड़ता है, ताकि सीटी स्कैन मशीन ढंग से स्कैनिंग कर सके। लेकिन पीजीआइ में इंस्टाल की गई सोमाटोम फोर्स सीटी स्कैन मशीन के जरिए अब मरीजों को बिना सांस रोके अपनी स्कैनिंग करा सकते हैं। साधारण सीटी स्कैन मशीन के जरिए स्कैनिंग के दौरान जो किरणें शरीर पर पड़ती है, वह नुकसान दायक होती है। लेकिन नई मशीन में स्कैनिंग के जरिए इन रेडिएशन का खतरा आधा रह जाता है।
मात्र तीन सेकेंड में सिर से पैर तक हो जाएगा सीटी स्कैन
प्रो. संधू ने बताया इस नई मशीन के जरिए मात्र तीन सेकेंड के अंदर मरीज के सिर से पैर तक सीटी स्कैनिंग की जा सकती है। ये मशीन ट्रामा सेंटर में एडमिट होने वाले क्रिटिकल मरीजों के लिए बेहद ही लाभदायक साबित होगी। क्योंकि ऐसे मरीजों में अकसर साधारण मशीन के जरिए सीटी स्कैनिंग में दिक्कत आती थी। लेकिन अब इस नई तकनीक वाली मशीन के जरिए बेसुध हालात में भी मरीज के पूरे शरीर का मात्र तीन सेकेंड में सीटी स्कैन हो जाएगा। ये सीटी स्कैन मशीन एक सेकेंड में 70 सेंटीमीटर तक छाती का सीटी स्कैन कर सकेगा।
अब हृदय रोगियों को सीटी स्कैन से पहले नहीं पड़ेगी बीटा ब्लॉकर्स की जरूरत
प्रो. संधू ने बताया कि अब हृदय रोगियों को सीटी स्कैन कराने से पहले बीटा ब्लॉकर्स देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अभी तक हृ़दय रोगियों को सीटी स्कैन कराने से पहले दिल की धड़कन को नियंत्रित करने के लिए बीटा ब्लॉकर्स दवाई दी जाती थी। लेकिन अब हृदय रोगियों को सीटी स्कैन कराने से पहले बीटा ब्लॉकर्स नहीं देनी पड़ेगी। क्योंकि ये नई मशीन हृदय रोगियों को बिना सांस रोके सीटी स्कैन कर सकती है। ये स्कैनर मरीज को बेहोश करने या हृदय गति नियंत्रण की आवश्यकता के बिना कार्डियोवैस्कुलर एनाटॉमी के सही जांच करेगी।
0 से पांच साल तक के बच्चों का आसानी हो सकेगा सीटी स्कैन
प्रो. संधू ने बताया कि इस नई मशीन में डायनेमिक 4 डी इमेजिंग की क्षमता है। जोकि भारत में पहली बार इस स्कैनर के साथ आई है। अब छोटे बच्चों यानी 0 से पांच साल तक के बच्चों के फेफड़ों के मूल्यांकन को बहुत आसान कर देगा। सोमाटोम फोर्स मशीन के जरिए अब एक्स रे के जरिए ट्यूमर को चिन्हित करने में आसानी होगी।