दिल के मरीजों के लिए वरदान बना पीजीआइ चंडीगढ़, हर साल 10 से 12 हजार करवा रहे इलाज
तीन नवंबर 2009 को पीजीआइ के एडवांस कार्डियक सेंटर का उद्घाटन किया गया था। हर साल पीजीआइ में चार से पांच हजार लोगों की हार्ट सर्जरी की जाती है। इसके अलावा 20 से 25 हजार हृदय रोग के मरीज रूटीन में अपना इलाज करवा रहे हैं।
चंडीगढ़, विशाल पाठक। दिल के मरीजों के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ वरदान साबित हो रहा है। पीजीआइ में बेशक हर साल 10 से 12 हजार नए दिल के मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आ रहे हैं। लेकिन पीजीआइ में दिल के मरीजों के केस बढ़ने के बावजूद मृत्यु दर कम हो गई है। पीजीआइ चंडीगढ़ के एडवांस कार्डियक सेंटर को पूरे भारत में टॉप-10 सेंटरों में बेहतर इलाज के लिए चुना जा चुका है।
तीन नवंबर 2009 को पीजीआइ के एडवांस कार्डियक सेंटर का उद्घाटन किया गया था। हर साल पीजीआइ में चार से पांच हजार लोगों की हार्ट सर्जरी की जाती है। इसके अलावा 20 से 25 हजार हृदय रोग के मरीज रूटीन में अपना इलाज करवा रहे हैं। 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे हैं, इस पर पीजीअाइ चंडीगढ़ की उपलब्धियों पर एक खास रिपोर्ट तैयार की गई है।
लॉकडाउन के दौरान पीजीआइ में हुआ था छठी बार हार्ट ट्रांसप्लांट
लाॅकडाउन के दौरान पीजीआइ चंडीगढ़ में छठी बार हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया था। अब तक पीजीआइ छह बार हार्ट ट्रांसप्लांट कर चुका है। वर्ष 2013 में पीजीआइ में पहली हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई थी। पंजाब के मोहाली के खरड़ की 10 साल की बच्ची को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। 26 जुलाई 2020 को यह ट्रांसप्लांट किया गया था। बच्ची ने पांच लोगों की जिंदगी बचाई थी।