सरकार द्वारा एसोसिएट स्कूलों को बंद करने के फैसले का विरोध
'पंजाब सरकार कारपोरेट घराने व अमीरों द्वारा खोले गए स्कूलों के दवाब में आकर कम से कम फीस लेकर बेसिक शिक्षा प्रदान कर रहे 2100 एसोसिएट स्कूलों को बंद कर रही है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : 'पंजाब सरकार कारपोरेट घराने व अमीरों द्वारा खोले गए स्कूलों के दवाब में आकर कम से कम फीस लेकर बेसिक शिक्षा प्रदान कर रहे 2100 एसोसिएट स्कूलों को बंद कर रही है। इससे इन स्कूलों में पढ़ रहे 4 लाख विद्यार्थियों का भविष्य खराब हो जाएगा।' यह बात पंजाब प्राइवेट स्कूल आर्गनाइजेशन के सचिव जनरल तेजपाल सिंह व एसोसिएट विंग के प्रधान हरबंस सिंह बादशाहपुर ने सोमवार को मोहाली प्रेस क्लब में कहीं।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई सब कमेटी द्वारा सिफारिश की गई है कि पंजाब में चल रहे एसोसिएट स्कूलों में मार्च 2019 के बाद दाखिले करने की अनुमति नहीं दी जाए। यह सभी स्कूल एफीलेशन की निर्धारित शर्तो अनुसार एफीलेशन प्राप्त करे। तेजपाल ने कहा कि एसोसिएट स्कूल सरकारी स्कूलों से अच्छी बेसिक शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब के 2188 एसोसिएट स्कूलों में 150 से लेकर 1500 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में 48 हजार से 50 हजार रुपये प्रति बच्चा खर्च कर रही है जबकि एसोसिएट स्कूलों में प्रति विद्यार्थी यह खर्च 5 हजार से 6 हजार रुपये सालाना है।
तेजपाल ने कहा कि सरकार ने चुनाव के समय घर-घर नौकरी देने का वायदा किया था, लेकिन इन स्कूलों को बंद करके 50 हजार अध्यापकों को बेरोजगार की लाइन में खड़ा कर रही है। उन्होंने बताया कि पंजाब के ऐफीलेटिड स्कूलों की जत्थेबंदी द्वारा मानयोग पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में एसोसिएट स्कूलों के विरुद्ध दो बार रिट दायर की गई और दोनों बार रिट खारिज कर दी गई। उन्होंने ऐलान किया कि अगर सरकार यह स्कूल बंद करेगी तो ऐसोसिएट स्कूल के अध्यापक, पढ़ रहे बच्चे व उनके परिजनों को साथ लेकर सडक़ों पर उतरेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इंसाफ ना मिलने पर वह हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। इस मौके नगिंदर सिंह सहोता, देवराज अहूजा, जसवंत सिंह राजपुरा, प्रेम पाल मल्होत्रा , डॉ. जसविंदर ड्क्षसह, बलजीत सिंह रंधावा, मलकीत कौर, सुरिंदर पाल कौर, स्वर्ण कौर, दविंदर कौर, जसवंत कौर व प्रो. ऊमाकात उपस्थित थे।