न दवा और न ही मिल रहा खाना, सेक्टर-48 के अस्पताल में भर्ती मरीज झेल रहे परेशानी Chandigarh News
शिफ्ट होने के महज 24 घंटे बाद ज्यादातर मरीजों के परिजन उन्हें डिस्चार्ज कराने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि यहां केमिस्ट शॉप और कैंटीन न होने से काफी दूर जाना पड़ रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से लगभग 75 मरीजों को सेक्टर 48 के नए अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। उद्घाटन के सात महीने बाद वहां इलाज की सुविधा तो शुरू कर दी गई है लेकिन वहां शिफ्ट किए गए मरीजों को न तो वहां दवा मिल रही है और न ही उनके परिजनों को भोजन। उन्हें जांच के लिए दिनभर में दो से तीन बार जीएमसीएच के चक्कर कटवाए गए। ऐसे में उनके लिए वहां भर्ती रहकर इलाज कराना मुश्किल साबित हो रहा है।
शिफ्ट होने के महज 24 घंटे बाद ज्यादातर मरीजों के परिजन उन्हें डिस्चार्ज कराने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि यहां केमिस्ट शॉप और कैंटीन न होने से काफी दूर जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं सुरक्षा के नाम पर वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड अस्पताल प्रशासन के आदेश का हवाला देकर मनमानी कर रहे हैं।
एबुलेंस से आया खाना-पानी
वहां भर्ती मरीजों के लिए अभी न तो किचन की व्यवस्था है और न ही भोजन की। ऐसे में जीएमसीएच से एंबलेंस से खाना, चाय और पानी पहुंचाया गया। इससे मरीजों को न तो समय पर सुबह का नाश्ता मिला और न ही दोपहर का खाना। अस्पताल के बाहर मार्केट न होने से परिजन उनके लिए बाहर से भी कुछ खाने के लिए नहीं ले जा पाए। नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों से कई बार शिकायत करने पर उन्हें भोजन उपलब्ध कराया गया।
48 हॉस्पिटल में इतने मरीज हुए शिफ्ट
स्किन डिपार्टमेंट में सात, आंकोलॉजी से 15, ईएनटी 15 और साइकैट्री से 30 मरीज शिफ्ट हुए हैं।
परेशानियों को जल्द दूर किया जाएगा
हेल्थ सेक्रेटरी अरुण कुमार गुप्ता का कहना है कि सेक्टर-48 के हॉस्पिटल में मरीजों को भर्ती करने की सुविधा शुरू हो गई है। शुरुआती दौर में कुछ परेशानियां होती ही हैं, उसे शीघ्र दूर कर लिया जाएगा।
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