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Farmers Protest पर पंजाब की सियासी लड़ाई में पाकिस्‍तान बना मुद्दा, कैप्‍टन और बादल ने एक-दूसरे को घेरा

Farmers Protest पंजाब में किसान आंदोलन पर सियासत तेज हो गई है। इस सियासी लड़ाई में पाकिस्‍तान मुद्दा बन गया है। मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और शिअद अध्‍यक्ष सुखबीर बादल ने इस मामले में एक-दूसरे को घेरा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 06 Dec 2020 06:45 AM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 12:00 PM (IST)
Farmers Protest पर पंजाब की सियासी लड़ाई में पाकिस्‍तान बना मुद्दा, कैप्‍टन और बादल ने एक-दूसरे को घेरा
पंजाब सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और शिअद अध्‍यक्ष सुखबीर सिंह बादल। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। Farmers Protest: पंजाब में किसान आंदोलन (Farmers Protest) पर सियासी लड़ाई चरम पर पहुंच गया है और इसमें पाकिस्‍तान बड़ा मुद्दा बन गया है। किसान आंदाेलन को लेकर पाकिस्‍तान के मुद्दे पर राज्‍य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के अध्‍यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक-दूसरे को घेरा है। दोनों नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोन से पूरे मामले में नया मोड़ आता जा रहा है। सुखबीर सिंह बादल ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर किसानों के खिलाफ 'पाकिस्‍तान कार्ड' खेलने का आरोप लगाया तो जवाब में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने बादल पिता-पुत्र पर जवाबी हमला किया। उन्‍होंने कहा कि वह बादल की तरह डरपो‍क और देश प्रति गद्दार नहीं हैं।

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कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने किसान मुद्दे पर सुखबीर सिंह बादल के 'पाकिस्‍तान कार्ड' वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है  और इसे सुखबीर बादल का तमाशा करार दिया है। कैप्टन ने कहा, 'मैैं बादल की तरह न तो डरपोक हूं और न ही गद्दार।' उन्‍होंने कहा कि यह सुखबीर की निराशा का स्तर ही है कि वह पंजाब और देश की सुरक्षा को पाकिस्तान से खतरे को दरकिनार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर ने सुखबीर बादल से पूछा कि क्या आप और आपकी पार्टी सत्ता हासिल करने के लिए इतनी व्याकुल हो गई है कि पाकिस्तान के हाथों हमारी सुरक्षा को लेकर आंखें बंद कर ली हैं? क्या आप कह रहे हो कि पंजाब से लगती सीमा से हमारे बहादुर सैनिकों ने जो हथियार, गोली सिक्का और ड्रोन पकड़े हैं, यह सब खतरा नहीं है।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सुखबीर की ओर से ब्लैकमेल होने, समर्पण करने और परिवार पर ईडी के केसों के बारे में की गई टिप्पणियों पर कहा कि कोई भी ईडी केस उन्हें (कैप्टन) अपने लोगों के लिए लडऩे से नहीं रोक सकता। किसानों से विश्वासघात करने वाले सुखबीर बादल अपने फरेब को छिपाने के लिए घबराहट में ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं। ईडी केस में ऐसी नई बात क्या है जिससे मुझे (कैप्टन) अचानक डर लगना शुरू हो गया। ऐसे केसों के खिलाफ तो वर्षों से लड़ रहा हूं।

भाजपा के ब्लैकमेल के समक्ष समर्पण के सुखबीर बादल के आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर सिं‍ह ने कहा कि क्या आप (सुखबीर बादल ) ब्लैकमेल का मतलब जानते हैं? शिरोमणि अकाली दल ही भाजपा का दवाब झेलते हुए भाजपा के हितों की पैरवी करता आ रहा है। अगर मैैं (कैप्टन) डर गया होता तो विधानसभा में संशोधन बिल लाने की बजाए दिल्ली के सीएम की तरह इन कानूनों को बहुत पहले नोटिफाई कर देता। कैप्टन ने कहा कि अब कोई भी अकालियों की झूठी बयानबाजी के झांसे में नहीं फंसेगा, क्योंकि इन कानूनों और किसानों के मुद्दे पर अकालियों का दोगलापन कई बार उजागर हो चुका है।

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सुखबीर बादल बाेले- कैप्टन अमरिंदर ने किसानों के खिलाफ खेला 'पाकिस्तान कार्ड'

इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबी सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर किसान आंदोलन को लेकर भाजपा के सामने आत्मसमर्पण करने और किसानों के खिलाफ 'पाकिस्तान कार्ड' खेलने का आरोप लगाया। सुखबीर ने कैप्टन के किसान आंदोलन से राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरों के संदर्भ का जिक्र करने की तीखी आलोचना की। सुखबीर ने कहा कि 'बहादुर कैप्टन न केवल भाजपा हाईकमान द्वारा उन्हें दी गई पटकथा का गायन कर रहे हैं बल्कि उसे तोते की तरह गा रहे हैं।'

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सुखबीर ने कहा कि कैप्टन, भगवान के लिए यह न कहें कि कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में लोकतांत्रिक गतिविधि को रोक सकता है। पाकिस्तान को हमेशा हमारे बहादुर जनरलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्‍होंने कहा कि अमरिंदर को स्पष्ट रूप से दिल्ली यह बताने के लिए बुलाया गया था कि वह या तो ईडी का सामना करें या किसानों का आंदोलन खत्म करवाएं। जैसे ही वह अमित शाह से मिलकर बाहर आए, उन्होंने किसानों को राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर आंदोलन खत्म करने को कहा। अकाली नेता ने कहा कि दिल्ली में हर कोई जानता है कि बैठक में क्या हुआ।   

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