Move to Jagran APP

विपक्षी दलों ने दी पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई के साथ चुनौती, कई सवाल दागे

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को विपक्षी नेताओं ने सीएम पद के लिए बधाई दी है। साथ ही विपक्ष ने सीएम पर सवाल भी दागे हैं। विपक्ष ने उन पर स्कालरशिप घोटाले में फंसे साधु सिंह धर्मसोत पर कार्रवाई की मांग की है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 08:53 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 08:53 PM (IST)
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के नए सीएम की शपथ ले ली है। विपक्षी दलों आम आदमी पार्टी, अकाली दल व भाजपा ने चन्नी को सीएम पद की बधाई दी है। साथ ही विपक्षी नेताओं ने चन्नी से सवाल भी किए हैं। आप नेता व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए उम्मीद जताई है कि वह वर्ष 2017 के सभी चुनावी वादों को पूरा करेंगे। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले के लाखों दलित छात्रों के उस आरोपी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को जेल भिजवाएंगे, जिसे सत्ताधारी कांग्रेस अब तक बचाती आई है।

loksabha election banner

चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2017 में 129 पेजों का मैनिफेस्टो जारी कर घर-घर रोजागार, किसान का कर्जा माफ, दलितों को 5-5 मरले के प्लॉट एवं मुफ्त घर और माफिया शासन का अंत करने जैसे अनेक वादे किए थे, लेकिन साढ़े चार वर्षों में किसी वादे को पूरा नहीं किया। उम्मीद जताई कि चन्नी इन सभी वादों को पूरा करेंगे।चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने स्वयं स्वीकारा है कि कैप्टन अमरिंदर फ्लाप रहे हैं और इसी कारण उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटाया गया। केवल चेहरा बदलकर पंजाब के लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। चीमा ने दोहराया कि लोग जानते हैं कि कांग्रेस ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, घर-घर रोजगार, सस्ती बिजली और बिजली खरीद अनुबंध रद्द करने का एक भी वादा पूरा नहीं किया है।

चीमा ने कहा कि सबसे बड़ी उम्मीद है कि चरणजीत सिंह चन्नी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप के घोटाले के आरोपित साधु सिंह धर्मसोत को कैबिनेट में जगह नहीं देंगे और जेल भेजेंगे, ताकि दलितों को इनसाफ मिल सके। सरकार के अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी द्वारा साधु सिंह धर्मसोत को इस मामले में आरोपित पाए जाने के बावजूद कैप्टन ने उनपर कोई कार्रवाई नहीं की थी। अब उम्मीद है कि चन्नी उनपर कार्रवाई करेंगे और कानून व्यवस्था को पहल के आधार पर दुरूस्त करने सहित महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

अकाली दल ने कहा- धर्मसोत की हो गिरफ्तारी

शिरोमणि अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से अनुरोध किया है कि वह शीघ्र राज्य के अनुसूचित जाति के छात्रों के भविष्य की रक्षा के लिए पूर्व समाज कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करें। शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता पवन कुमार टीनू ने कहा कि भले ही चन्नी कांग्रेस आलाकमान द्वारा दलित मुख्यमंत्री के रूप में स्वतः पंसद नही थे और हालात के अनुसार उम्मीदवार बनाया गया है, लेकिन उन्हे इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और अनुसूचित जातियों, विशेष रूप से दलित छात्रों के खिलाफ की गई सभी गलतियों को सही करना चाहिए।

अकाली नेता ने यह भी मांग की कि नए मुख्यमंत्री भी पिछले तीन साल से छात्रवृत्ति योजना के तहत अनुसूचित जाति छात्रों के 1800 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने के आदेश दें। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहले अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति योजना के लिए भेजी गई केंद्रीय धनराशि का गबन किया गया था। अब भी जब यह योजना आंशिक रूप से वित्त पोषित हो गई हो, राज्य दलित छात्रों को योजना के हिस्से का हिस्सा जारी नहीं कर रहा है।

कैप्टन का अपमान दूसरे नेताओं के लिए नसीहत: शर्मा

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को शुभकामनाएं दी हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा लिया गया यह फैसला ऐसा लगता है कि मजबूरी में लिया गया है, क्योंकि पंजाब कांग्रेस में पिछले लंबे समय से मचे घमासान को फिलहाल कुछ समय के लिए विराम लगाने के लिए यह फैसला लिया गया लगता है। वहीं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने जिस प्रकार से कैप्टन अमरिंदर सिंह को बेइज्जत किया है, वह दूसरे नेताओं के लिए नसीहत है।

अश्वनी शर्मा ने कहाकि हरीश रावत द्वारा 2022 के विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू को चेहरा बना कर लड़ने की जो बात कही गई है, उससे कांग्रेस की नीयत साफ हो गई है कि उनके मन में कुछ और ही चल रहा है। उन्होंने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना कर कांग्रेस ने जो दांव खेला है वो उन्हें उल्टा पड़ने वाला है। कांग्रेस द्वारा बताया जा रहा यह ऐतहासिक फैसला ऐतहासिक न होकर कांग्रेस में मचे कलह को कुछ समय तक शांत करने के लिए लिया गया फैसला है।

अश्वनी शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिस तरह कांग्रेस में अपमानित किया गया है, उस पर कैप्टन द्वारा सिद्धू के विरुद्ध उठाए गए सवाल बिलकुल सही हैं, क्योंकि भाजपा, कैप्टन सहित अन्य विपक्षी दल पहले से ही नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम पर सवाल खड़े करते आ रहे हैं, लेकिन सिद्धू ने कभी इस पर अपना जवाब नहीं दिया।

शर्मा ने कहा कि कैप्टन ने अपना सारा जीवन कांग्रेस को समर्पित किया था, लेकिन कांग्रेस द्वारा उनके साथ जो किया गया है वह वाकई कैप्टन को बहुत अपमानित करने वाला है, क्योंकि इस सबसे कैप्टन की बहुत जगहंसाई हुई है। कैप्टन पंजाब के एक कद्दावर नेता हैं और उनके साथ कांग्रेस हाईकमान द्वारा ऐसा किया जाना कांग्रेस की नजरों में कद्दावर नेताओं की कितनी अहमियत है यह साबित करता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.