स्वच्छता रैंकिग सुधारने के लिए अब सेक्टरों में होगा कंपीटिशन
अभी तक स्वच्छता सर्वेक्षण शहरों के बीच में होता था और इनकी ही रैंकिग जारी होती थी। लेकिन अब चंडीगढ़ एक अनूठी पहल करने जा रहा है।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : अभी तक स्वच्छता सर्वेक्षण शहरों के बीच में होता था और इनकी ही रैंकिग जारी होती थी। लेकिन अब चंडीगढ़ एक अनूठी पहल करने जा रहा है। स्वच्छता रैंकिंग में चंडीगढ़ को देश में नंबर वन बनाने के लिए सेक्टरों के बीच कंपीटिशन होगा। सेक्टरों की अलग से टीमें बनेंगी जो अपने सेक्टर को दूसरों से बेहतर करने के लिए अभियान चलाएंगी। इसमें रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन और सेक्टर की दूसरी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने सेक्टरों के बीच इस तरह की प्रतियोगिता कराने के आदेश दिए हैं। उनके आदेशों पर नगर निगम यह पहल करेगी।
मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिग एंड अर्बन अफेयर्स स्वच्छ शहरों की रैंकिग जारी करता है। इसमें गारबेज सेग्रीगेशन से डोर टू डोर कलेक्शन और स्वच्छता से जुड़ी अन्य बातें देखी जाती हैं। इंदौर और भोपाल जैसे शहर पब्लिक पार्टिसिपेशन की वजह से देश में नंबर वन बन चुके हैं। चंडीगढ़ इसी में पिछड़ता रहा है। इस बार रैंकिग को बेहतर करने के लिए पब्लिक पार्टिसिपेशन बढ़ाने के लिए ही सेक्टरों के बीच कंपीटिशन कराने का फैसला लिया गया है। पिछली स्वच्छता रैंकिग में चंडीगढ़ को 20वां स्थान मिला था। जबकि दो साल पहले तक चंडीगढ़ तीसरे स्थान पर था। पिछड़ने का मुख्य कारण लोगों की भागीदारी नहीं होना और गारबेज सेग्रीगेशन नहीं होना रही थी। लोग अपने स्तर पर छेड़ेंगे अभियान
अब स्वच्छता का काम नगर निगम के भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा। लोग अपने आस-पास को स्वयं साफ रखने में मदद करें ऐसा प्रयास होगा। इसके लिए नगर निगम आरडब्ल्यूए और अन्य संस्थाओं की टीमों का गठन करेगा। यही टीमें सेक्टरों में अभियान चलाएंगी। प्रशासक बदनौर ने नगर निगम कमिश्नर केके यादव को निर्देश दिए हैं कि चंडीगढ़ को सिटी ब्यूटीफुल कहा जाता है। अब इसमें सिर्फ सेक्टर-17 को तवज्जो नहीं मिलनी चाहिए। दूसरे सेक्टर भी 17 की तर्ज पर सुंदर बनाए जाएं। फिर चाहे सेक्टर-38 हो या 26 सभी देखने से ऐसा लगना चाहिए कि यह सिटी ब्यूटीफुल है।