55 लाख की ठगी के आरोपित रिमांड पर
क्राइम ब्रांच पंचकूला की टीम ने 55 लाख रुपये की ठगी के तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके चार दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपितों से पुलिस ने 3.60 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।
जासं, पंचकूला : क्राइम ब्रांच पंचकूला की टीम ने 55 लाख रुपये की ठगी के तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके चार दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपितों से पुलिस ने 3.60 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। क्राइम ब्रांच सेक्टर-26 पंचकूला इंचार्ज अमन कुमार व उनकी टीम ने आरोपित जगविंद्र सिंह उर्फ बंटी निवासी गांव फनसिटी पंजाब कालोनी डेराबस्सी, दीप सिंह उर्फ दीपु निवासी गांव थाटियाला जिला नवांशहर तथा राजेश कुमार निवासी महेशपुर सेक्टर 21 पंचकूला को गिरफ्तार किया है। पुलिस को दी शिकायत में कुलदीप सिंह, भूपिदर सिंह एवं जसविदर सिंह निवासी फतेहगढ़ साहिब पंजाब ने बताया कि उसके चाचा के बेटे मनदीप सिंह ने उन्हें बताया था कि उसके जानकार बहादुर सिंह के पास काफी पुराना पैसा है और जितना पैसा हम देंगे, उससे 10 गुना करके वापस दे देगा। इसके बाद मनदीप सिंह ने इन्हें बहादुर सिंह से नाडा साहिब गुरुद्वारे में मिलवाया। उसने कहा कि मैं यही नौकरी करता हूं और आपको 10 गुना पैसे दिलवा दूंगा। इसके बाद दीप सिंह, शामी कौर, सुंदरप्रीत निवासी सेक्टर-25 से उनके घर पर मिलवाया, जहां यह सभी मौजूद थे और उन्हें उन्हें विश्वास दिला दिया कि जितना भी पैसा आप दोगे वह उससे 10 गुना वापस दे देंगे। शिकायतकर्ता ने बताया कि अपने घर का सामान, आभूषण, गाड़ी बेचकर और कुछ पैसे ब्याज पर लेकर 55 लाख रुपये एकत्र किए और 13 अक्टूबर 2021 को आरोपितों के घर आ गए। जहां पर शिकायतकर्ताओं ने दीप सिंह, बहादुर और बंटी को यहां पैसा दे दिया। इस दौरान सुंदरप्रीत और शामी कौर ने उनकी खूब सेवा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि आपके पांच करोड़ पचास लाख रुपये पैक कर दिए हैं और हम आपको आपके गांव तक छोड़कर आएंगे, ताकि आपको कोई दिक्कत ना आए।
इसके बाद एक पजेरो कार और स्कोडा कार में दो बाउंसर भी थे, वह शिकायतकर्ता के साथ चले गए। थोड़ी दूर जाकर एक स्कॉर्पियो कार लाल बत्ती आगे खड़ी थी, जिसने शिकायतकर्ता की गाड़ी को नहीं रोका और पजेरो और स्कोडा कार को रोक लिया। कुछ दूर जाकर शिकायतकर्ता भी रुके। इस दौरान तीन पुलिस वर्दी धारी मौके पर थे। उन्होंने एक आरोपित के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इसके कुछ देर बाद शिकायतकर्ताओं के पास फोन आया कि हमारे पास जो पैसे थे, वह पुलिस वालों ने पकड़ लिए हैं और आप लोग यहां से भाग जाओ और फोन बंद कर लो। कुछ दिन बाद इन आरोपितों ने उन्हें 11 लाख रुपये का चेक दे दिया, जोकि बाद में बाउंस हो गया था।