अब प्रशासन करेगा अंजलि और उसकी दो बहनों की परवरिश
सेक्टर-52 स्थित टीन शेड कॉलोनी की झुग्गी में रह रही अंजलि उसकी दो बहनों और भाई की परवरिश अब प्रशासन करेगा। दैनिक जागरण के 25 जुलाई के अंक में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन के सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के कमेटी चेयरमैन व पूर्व सांसद सत्यपाल जैन ने यह मुद्दा वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाया।
विशाल पाठक, चंडीगढ़
सेक्टर-52 स्थित टीन शेड कॉलोनी की झुग्गी में रह रही अंजलि उसकी दो बहनों और भाई की परवरिश अब प्रशासन करेगा। दैनिक जागरण के 25 जुलाई के अंक में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन के सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के कमेटी चेयरमैन व पूर्व सांसद सत्यपाल जैन ने यह मुद्दा वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाया। सत्य पाल जैन ने पहल करते हुए कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को उनका हक दिलाया है। अंजलि की दो बहनें और एक भाई है। उनके माता-पिता की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। ऐसे में यह बच्चे पूरी तरह से बेसहारा हो गए थे। इनके सामने अपनी जीविका चलाने का संकट था। इस बीच प्रशासन ने मामले का संज्ञान लिया। सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के अधिकारियों से इस विषय पर बातचीत कर इन बच्चों को दी जाने वाली सहायता में तेजी लाने का आग्रह किया गया है। कोरोना संकट में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों की प्रशासन ने तैयार की लिस्ट
कोरोना से जिन बच्चों ने अपने मां-बाप खो दिए हैं, प्रशासन ने इन बच्चों को अब अपनी सूची में शामिल कर लिया है। सोमवार को सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट की टीम ने इन बच्चों के घर जाकर उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट की सभी जानकारी ली, ताकि आने वाले दिनों में परवरिश योजना के तहत इन बच्चों को आर्थिक मदद के साथ बाकी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा सके। चेयरमैन सत्य पाल जैन ने बताया कि चारो बच्चे अभी नाना-नानी के साथ रह रहे हैं। प्रशासन इन चारो बच्चों में से प्रत्येक को प्रतिमाह पांच हजार रुपये देगा। इन बच्चों को स्नेहालय में रहने के लिए कहा गया था। लेकिन बच्चे नाना-नानी के पास ही रहना चाहते हैं। अप्रैल से जुलाई तक की राशि भी मिलेगी
कमेटी के चेयरमैन सत्य पाल जैन ने बताया कि प्रशासन द्वारा स्वीकर की गई परवरिश स्कीम के अंतर्गत उनको सभी सुविधाएं दी जाएंगी। उनकी माता का निधन अप्रैल 2021 में हुआ था। इसलिए इन बच्चों को 60 हजार रुपये रुपये (20 हजार रुपये प्रतिमाह) का पिछला बकाया भी अप्रैल से जुलाई तक की राशि कुछ ही दिनों में दे दी जाएगी। बच्चों का एडमिशन भी कराया
प्रशासन ने खबर का संज्ञान लेते हुए चार में तीन बच्चों का कजेहड़ी के सरकारी स्कूल में दाखिल करवा दिया है। स्कीम के अंतर्गत उन्हें दो महीने का राशन भी दे दिया गया है। जैन ने कहा कि ऐसे बच्चों की परवरिश पूरे समाज की जिम्मेदारी है। प्रशासन इसे प्राथमिकता के आधार पर निभाएगा।